गोण्डा। प्रशासन लोकसभा चुनाव को शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न कराने की तैयारियों में व्यस्त है और पुलिस अवैध रूप से पेड़ों की कटाई कराने में। मोतीगंज थाना क्षेत्र के बेहड़ा गांव में बेशकीमती सागौन के पेड़ों को इलाकाई पुलिस की मिलीभगत से बगैर परमिट के ही काटकर धराशायी कर दिया गया। इसकी शिकायत स्थानीय पुलिस से की गई लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। जिले के मोतीगंज थाना क्षेत्र में इन दिनों प्रतिबंधित हरे पेड़ों की अवैध रूप से कटान धड़ल्ले से की जा रही है। थाना क्षेत्र के हल्का नंबर एक के बेहड़ा गांव में मंगलवार को वन माफिया द्वारा इलाकाई पुलिस की साठगांठ से सागौन के करीब आधा दर्जन से अधिक पेड़ों को बगैर परमिट के ही धराशायी कर दिया गया। इसकी शिकायत पुलिस तथा वन विभाग से की गई। सूचना मिलते ही फॉरेस्ट गॉर्ड देव नरायन पांडेय तत्काल मौके पर पहुंचे, जबकि थाने की पुलिस मौके पर जाना तक मुनासिब नहीं समझी। फॉरेस्ट गॉर्ड पांडेय ने बताया कि सागौन के पेड़ों को बगैर परमिट के काटा गया है। मौके पर पहुंचकर बोटों की गिनती तथा नाप-जोख करके विभागीय अधिकारियों को सूचना दे दी गई है। वहीं मोतीगंज पुलिस पेड़ों की अवैध कटान से अनभिज्ञता जता रही है। हालांकि सूत्रों का कहना है कि पुलिस की सहमति के बगैर क्षेत्र में पत्ता तक नहीं हिल सकता है। ऐसे में पेड़ों की कठिन की जानकारी न होना, पुलिस को कटघरे में खड़ा करता है।
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