भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहे मौजूदा तनाव के बीच आम नागरिकों के लिए सोशल मीडिया पर बहुत सावधान रहने की जरूरत है। कहीं ऐसा न हो कि कोई आपत्तिजनक वीडियो या फोटो शेयर करने पर आपके खिलाफ कार्रवाई न हो जाए क्योंकि जिले की साइबर सेल ने सोशल मीडिया पर निगरानी तेज कर दी है।
अत्याधुनिक उपकरणों की मदद से पाकिस्तान वीडियो पर नजर रखी जा रही है। डीजीपी ने सबको अलर्ट किया है।
व्हाट्सएप, फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम या फिर सोशल मीडिया के अन्य प्लेटफार्म पर आप जो मैसेज देख रहे हैं वो दुश्मन देश पाकिस्तान के उसी प्रोपेगेंडा का हिस्सा न हो, इसलिए कोई भी मैसेज फारवर्ड करने से पहले अच्छी तरह सोच-विचार कर लेना जरूरी है। विशेषज्ञों की सलाह है कि सोशल मीडिया पर आई किसी भी सूचना को भारत सरकार की अधिकारिक वेबसाइट या फिर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रमाणिकता के लिए जानी जाने वाली संस्थाओं की वेबसाइट, फेसबुक पेज और ट्विटर आदि माध्यमों से सत्यापित करने के बाद ही भरोसा करें।
बीकापुर के पुलिस क्षेत्राधिकारी अजय राय ने कहा है कि वर्तमान में हालात ठीक नहीं हैं। हमने पुलवामा हमले के बदले आतंकवादी संगठन जैश के ठिकानों पर हमला किया न कि पाकिस्तान पर। ऐसी स्थिति दो पीढ़ियों ने नहीं देखी है।
पहले के सारे युद्धों में स्थिति दूसरी थी। उस समय सोशल मीडिया भी नहीं था। आज सोशल मीडिया है, जिसका युद्ध में भरपूर इस्तेमाल हो रहा है। लिहाजा आम नागरिकों को सावधान रहने की जरूरत है। सीओ श्रीराय ने कहा कि यूं ही किसी सूचना को आगे प्रेषित नहीं करना चाहिए। व्हाट्सएप, फेसबुक, ट्विटर व इंस्टाग्राम आदि पर अपने विचारों की अभिव्यक्ति में भी थोड़ी सावधानी बरतने की जरूरत है।
सीओ श्री राय ने कहा है कि आपत्तिजनक फोटो या वीडियो की जानकारी मिलती है तो उससे पुलिस अधिकारियों को अवगत कराएं। इस प्रकरण की जांच के लिए साइबर सेल, देश की प्रमुख एंजेसियों की मदद से निगरानी कर रहा है।
बता दें कि पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर भारतीय एयरफोर्स की कार्रवाई के बाद से हमले की फोटो और वीडियो की सोशल साइट्स पर भरमार है। इनमें ज्यादातर वीडियो व फोटो पुराने और गलत हैं, जिसको लोग शेयर कर रहे हैं।
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