केन्द्रीय मानव संसाधन राज्यमंत्री उपेन्द्र कुशवाहा ने बिहार में शिक्षकों की गुणवत्ता पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि बीते कुछ वर्षों में शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया में खामिया सामने आई हैं. इस कारण अयोग्य शिक्षक भी नियुक्त कर लिए गए हैं. उन्होंने कहा कि राज्य में शिक्षक नियुक्ति के लिए BPSC जैसी संस्था बनानी चाहिए जिससे योग्य शिक्षकों की नियुक्ति हो सकेगी.पटना में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि अयोग्य शिक्षकों के कारण शिक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं. उन्होंने बताया कि कई ऐसे स्कूल और कॉलेज हैं जहां शिक्षक आते ही नहीं, ऐसे में पढ़ाई भी पूरी नहीं हो पाती है. उन्होंने कहा कि इनकी पहचान कर उन्हें किसी अन्य विभागों में स्थानान्तरित किया जाना चाहिए
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि उनका ध्यान शिक्षा व्यवस्था में सुधार पर है और वे इसे करके रहेंगे. उन्होंने कहा कि राज्य की शिक्षा के संदर्भ में हमारी जो मांगें हैं उसे स्वीकार करे राज्य सरकार. उन्होंने बताया कि 28 नवंबर को महात्मा फूले का जन्मदिवस है. इस दिन ‘शिक्षा सुधार- जन जन का अधिकार’, कार्यक्रम का आगाज होगा. उन्होंने जानकारी दी कि इसके तहत बिहार के तमाम जिला मुख्यालयों में हस्ताक्षर अभियान चलाया जाएगा.उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि ज्योतिबा फूले को देश-दुनिया सामाजिक सुधार के पुरोधा के तौर पर देखती है. उनकी कोशिश थी कि किसी भी क्षेत्र में ऊंच-नीच का भेद खत्म हो. इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए आगे कार्य किया जाएगा. उन्होंने यह भी कहा कि सरकार सामाजिक गैर बराबरी दूर करने के लिए तमाम पहल कर रही है.
व्हाट्सएप पर शेयर करें
No Comments






