केंद्र सरकार ने गुरुवार को इस बात की तस्दीक कर दी कि बिहार के बिजली कनेक्शन की इच्छा जताने वाले हर घर को पावर लाइन से कनेक्ट कर दिया गया है. यानी हर घर बिजली का लक्ष्य हासिल कर लिया गया है. केंद्र सरकार ने सौभाग्य योजना के तहत 31 दिसंबर 2018 तक ये लक्ष्य हासिल करने की बात कही थी लेकिन बिहार ने दो माह पहले ही इसे पूरा कर लिया.25 अक्टूबर तक के ंआंकड़ों के मुताबिक बिहार के एक करोड़, 39 लाख, 63 हजार, 909 घरों में बिजली कनेक्शन है. पिछले साल सितंबर में जब सौभाग्य योजना की शुरुआत हुई थी तब बिहार के 34 लाख घरों में बिजली नहीं थी. स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी ने युद्ध स्तर पर काम करते हुए इस लक्ष्य को हासिल कर लिया.वहीं उत्तर प्रदेश में एक करोड़ 20 लाख से ज्यादा घरों तक बिजली पहुंचानी थी लेकिन अभी तक लक्ष्य का लगभग 40 फीसदी ही पूरा हुआ है. इस लिहाज से बिहार की उपलब्धि काबिले तारीफ है.हालांकि केंद्र की सौभाग्य योजना से काफी पहले ही नीतीश कुमार ने ये लक्ष्य निर्धारित किया था. इसके लिए 2015 में महागठबंधन की सरकार बनते ही उन्होंने सात निश्चय योजना में प्रावधान किया था. हर घर बिजली नीतीश का ही नारा था.बिहार के ऊर्जा मंत्री विजेंद्र यादव ने दावा किया था कि इसी से प्रभावित होकर नरेंद्र मोदी सरकार ने सौभाग्य योजना शुरू की है.
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