सिस्टम को जगाने के लिए बिहार के दरभंगा जिले के श्यामपुर गांव के लोगों ने चंदा इकट्ठा कर 20 साल से बंद नलकूप को चालू कराया है
कुदरत की मार झेल रहे किसानों को धान की खेती बर्बाद होने का खतरा सता रहा था. उनके गांव में एक सरकारी नलकूप तो था लेकिन वो 20 वर्षों से बंद पड़ा था. कुछ किसानों ने बैठक की और निकल पड़े उस मुहीम के लिए जिसकी चर्चा अब हर जगह हो रही है.इन किसानों ने आपस में चंदा किया. वो लघु सिंचाई विभाग के पास भी गए लेकिन उनका रवैया ढुलमुल था. फिर ब्लॉक कर्मचारी को बुलाया जिसकी कागज पर नियुक्ति नलकूप भवन पर थी. वर्षों बाद वो गांव पहुंचा. उसे किसानों को बताया कि पंप ठीक करने में लगभग सात हजार रुपए लगेंगे.चंदे में पैसे कम पड़ रहे थे. किसानों ने फिर और साथियों को जोड़ा और जल्दी ही पैसे पूरे हो गए. इसकी मदद से नलकूप चलने लगा और आज पूरे गांव में धान की फसल लहलहा रही है. हर कोई किसानों की इस पहल की दाद दे रहा है.वहीं सरकारी अधिकारी नज़रें चुराते नजर आए और कहा कि इस बात की जांच होगी कि सरकारी पैसे से नलकूप क्यों नहीं बनाया गया.बिहार में इस बार मॉनसून की बारिश 25 फीसदी कम हुई है जिससे कई जिलों में सूखे का संकट मंडरा रहा है
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