Breaking News

आवश्यकता है “बेखौफ खबर” हिन्दी वेब न्यूज़ चैनल को रिपोटर्स और विज्ञापन प्रतिनिधियों की इच्छुक व्यक्ति जुड़ने के लिए सम्पर्क करे –Email : [email protected] , [email protected] whatsapp : 9451304748 * निःशुल्क ज्वाइनिंग शुरू * १- आपको मिलेगा खबरों को तुरंत लाइव करने के लिए user id /password * २- आपकी बेस्ट रिपोर्ट पर मिलेगी प्रोत्साहन धनराशि * ३- आपकी रिपोर्ट पर दर्शक हिट्स के अनुसार भी मिलेगी प्रोत्साहन धनराशि * ४- आपकी रिपोर्ट पर होगा आपका फोटो और नाम *५- विज्ञापन पर मिलेगा 50 प्रतिशत प्रोत्साहन धनराशि *जल्द ही आपकी टेलीविजन स्क्रीन पर होंगी हमारी टीम की “स्पेशल रिपोर्ट”

Sunday, April 27, 2025 9:56:41 AM

वीडियो देखें

तेजस्वी और तेज प्रताप के बीच खटपट से चिंतित हैं लालू, आज करेंगे बैठक

तेजस्वी और तेज प्रताप के बीच खटपट से चिंतित हैं लालू, आज करेंगे बैठक

सेहत खराब होने के कारण राजेंद्र इंस्टीट्यूट्स ऑफ मेडिकल साइंसेज (रिम्स) में भर्ती होकर चारा घोटाले की सजा काट रहे लालू यादव बतौर पिता चिंतित हैं. राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के सुप्रीम लीडर लालू अपने छोटे बेटे और पार्टी के नेता तेजस्वी यादव से शनिवार को मुलाकात करेंगे. ये मुलाकात तेजस्वी और बड़े भाई तेज प्रताप के बीच खटपट की खबरों के बीच होगी.पार्टी सूत्रों के मुताबिक लालू यादव ने बेटी और राज्यसभा सांसद मीसा भारती को भी मिलने का संदेशा भिजवाया है. लालू की कोशिश है कि अगले साल लोकसभा चुनाव और उसके अगले साल विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी मजबूत रहे. उन्हें मालूम है कि बेटों के बीच की खाई आरजेडी में बिखराव पैदा कर सकती है.लालू न सिर्फ पारिवारिक मसलों पर बात करेंगे, बल्कि 2019 लोकसभा चुनाव की रणनीति पर भी चर्चा करेंगे. माना जा रहा है कि टिकट बंटवारे को लेकर भी लालू अपने बेटों को सलाह देंगे. पार्टी के कई वरिष्ठ नेता डायरेक्ट लालू के टच में हैं और लगातार रांची का चक्कर लगाते रहे हैं.27 अगस्त, 2017 को गांधी मैदान की रैली में तेज प्रताप ने खुद को कृष्ण बताते हुए बड़े भाई तेजस्वी का सारथी बनने की घोषणा नहीं, बल्कि गर्जना की थी. ये तेज प्रताप के फेमस शंखनाद के बीच हुआ. लेकिन जैसे-जैसे तेजस्वी ने सांगठनिक फैसले लेने शुरू किए, तेज प्रताप की नाराजगी कई मौकों पर सामने आ गई.पहला बड़ा मामला तेज के एक चहेते नेता राजेंद्र पासवान को पार्टी में ओहदा नहीं बढ़ाने पर सामने आया. जब ऐसा नहीं हुआ तो तेज ने ट्वीट कर लिखा,”हम अर्जुन को हस्तिनापुर की गद्दी सौंप कर खुद द्वारका जाना चाहते हैं.”पांच जुलाई को पार्टी की स्थापना दिवस पर तेज प्रताप ने कई वरिष्ठ नेताओं को सार्वजनिक तौर पर झिड़की दी थी और कहा था, जब तेजस्वी दिल्ली जाएगा तो यहां बागडोर हम ही संभालेंगे.यही नहीं पिछले महीने राबड़ी देवी के आवास पर हुई पार्टी की बैठक में तेज प्रताप नहीं पहुंचे और जहां बैठक थी, वहीं गाड़ी पार्क कर गायब हो गए.

व्हाट्सएप पर शेयर करें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *