मध्य प्रदेश के जबलपुर हथियार फैक्ट्री से AK-47 रायफलों की तस्करी सामने आने के बाद बिहार की मुंगेर पुलिस को एक और बड़ी उपलब्धि हाथ लगी है. गुप्त सूचना के आधार पर मुंगेर एसपी बाबू राम की अगुआई में पुलिस टीम ने बरदह गांव से 12 AK-47 रायफल बरामद किया जो एक कुएं में छिपाकर रखे गए थे. इससे पहले आठ एके-47 बरामद हो चुके हैं. कुल मिलाकर अब तक 20 एके-47 रायफलों की बरामदगी ने पुलिस प्रशासन की नींद उड़ा दी है.रायफलों की ताजा खेप हजारीबाग के हथियार तस्कर तनवीर आलम की निशानदेही पर मुंगेर पुलिस ने पकड़ी है. तीन एके-47 की पहली खेप 29 अगस्त को जमालपुर स्टेशने के बाहर मोहम्मद इमरान के कब्जे से मिली थी. उससे हुई पूछताछ के बाद छह सितंबर को शमसेर मुंगेर के बरदह इलाके से ही शमसेर के कब्जे से 3 और Ak-47 बरामद किया गया.अवैध हथियार बनाने और इसकी तस्करी के लिए कुख्यात बरदह इलाके में ताबड़तोड़ छापेमारी के बाद दो और एके 47 बरामद किए गए. अब तक कुल 20 एके-47 पुलिस को मिल चुके हैं. माना जा रहा है कि जबलपुर आयुध कारखाने से 201 से 2018 के बीच लगभग 100 एके – 47 रायफल गायब कर दिए गए.इस मामले में आयुध कारखाने के पूर्व कर्मी पुरुषोत्तम दास और सुरेश ठाकुर की गिरफ्तारी हो चुकी है. पुरुषोत्तम अपनी पत्नी चंद्रावती के साथ एके 47 की डिलिवरी देने जमालपुर आया करता था. शुरआती दौर में एक एके 47 की कीमत आठ से 10 लाख रुपए थी जो धीरे-धीरे घट कर पांच लाख हो गई.मुंगेर एसपी ने बताया कि मुंगेर का बरदह हथियारों की तस्करी के मामले में पूरब का बड़ा अड्डा बन गया है. उन्होंने इस बात से इनकार नहीं किया कि जबलपुर से लाए गए एके 47 नक्सलियों, अपराधियों और आंतकियों तक पहुंचा दिए गए होंगे. फिलहाल मुंगेर और जबलपुर पुलिस इस मामले की जांच कर रही है.
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