बिहार के गया से एक चौंकाने वाली खबर आयी है. यहां श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार के लिए आया एक मुर्दा अचानक जिंदा हो उठा. मामला जिले के चंदौती थाना के कुजापी गांव से जुड़ा है. जानकारी के मुताबिक 80 साल के वृद्ध रामकृत प्रसाद की मौत के बाद उन्हें जलाने के लिये चिता तैयार कर ली गई थी लेकिन चिता पर रखने से ठीक पहले वो जिंदा हो उठे.जिले के चंदौती थाना के कुजापी गांव निवासी 80 वर्षीय रामकृत प्रसाद की मौत सोमवार की सुबह 5 बजे हो गयी थी. वो लंबे समय से बीमार चल रहे था. परिजन उन्हें अंतिम संस्कार के लिए 12 बजे श्मशान घाट ले गये. अंतिम संस्कार के लिए सारी सामग्री भी आ गई और चिता भी बनकर तैयार हो गया था. इस दौरान मृत व्यक्ति को उनके परिजन देखने गए तभी परिजनों ने देखा कि उनकी नब्ज चल रही है और वो जिंदा हैं.आनन फानन में परिजनों ने चिकित्सकों को बुलाया और जांच की गई तो वो जीवित पाये गये. इसके बाद परिजनों ने अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल ले गए जंहा करीब वो एक घंटे जीवित रहने के बाद फिर से मर गये. जांच के बाद मेडिकल के डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.जिस वक्त ये अचंभा हुआ उस वक्त मृतक को जलाने के लिए काफी संख्या में लोग श्मशान में मौजूद थे. इलाके के लोगों के बीच ये घटना चर्चा का विषय बनी हुई है.
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