बिहार के मुजफ्फरपुर के बाद अब छपरा में अल्पावास गृह में महिलाओं के यौन शोषण का मामला सामने आया है. यहां नारी उत्थान केंद्र द्वारा मौना मोहल्ले में संचालित अल्पावास गृह में एक विक्षिप्त लड़की का गार्ड द्वारा यौन शोषण किया गया और वह लड़की गर्भवती हो गई.सबसे बड़ी बात यह है कि इस मामले को अल्वासगृह संचालिका द्वारा महीनों तक दबाए रखा गया. जब यह महापाप उजागर हुआ तो अल्पावास गृह की संचालिका सरोज कुमारी और आरोपी गार्ड रामस्वरूप पंडित को गिरफ्तार कर लिया गया. इस मामले में नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. परियोजना प्रबंधक मनमोहन को इस मामले का शक हुआ था जिसके बाद एक राज्यस्तरीय टीम ने छपरा के अल्पावास गृह का मुआयाना किया और यह मामला सामने आया.यहां एक विक्षिप्त लड़की के साथ गार्ड द्वारा कई दिनो से दुष्कर्म किया जा रहा था जिससे वह गर्भवती हो गई थी. मामला उजागर होने के बाद सभी 26 महिलाओं और लड़कियों को सीवान अल्पावास गृह स्थानांतरित कर दिया गया है साथ ही छपरा के अल्पावास गृह को भी बंद करा दिया गया है.एनजीओ सचिव रणधीर कुमार की तलाश में रविवार को भी छापेमारी की गई. एनजीओ नारी कल्याण संस्था के सचिव रणधीर कुमार के दिघवारा सहित कई ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है. इस मामले में दो लोगों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है.मालूम हो कि इससे पहले 2 जून को बिहार के मुजफ्फरपुर में सरकार द्वारा संचालित बालिका गृह में रहने वाली बालिकाओं के यौन शोषण और उनके साथ हिंसा का सनसनीखेज खुलासा हुआ था. यह खुलासा मुंबई की प्रतिष्ठित संस्था ‘टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस’ नें अपनी सोशल ऑडिट रिपोर्ट में किया था.
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