बिहार के छपरा की सात सहेलियों की टोली ने रक्तदान कर अब तक दर्जनों लोगों को जीवन बचा चुकी हैं. इस अभियान की शुरुआत सबसे पहले वेटलिफ्टर रचना पर्वत ने की और अब प्रीति, ट्विंकल, ऋतु राज,सोनाली सिन्हा, क्षमा,और दीपा यानी कुल सात सहेलियां इस अभियान को मिलकर आगे बढ़ा रही हैं.ब्लड डोनर रचना पर्वत का कहना है कि रक्त दान-जीवन दान है. कहने को तो यह छोटा सा संदेश है लेकिन इसकी अहमियत उस वक्त समझ आती है जब किसी जरुरतमंद को रक्त की जरुरत होती है.ब्लड डोनर प्रीति के अनुसार छपरा में इस जरुरत को समझा है उसकी सात सहेलियों की इस टोली ने जिसने रक्तदान को अपने जिंदगी का मकसद बनाया है. मौका चाहे जन्मदिन का हो या फिर कोई अन्य खुशी का मौका-उसकी सहेलियां रक्तदान जरुर करती है. छपरा के ब्लड बैंक में भी इन सहेलियों ने अपना नंबर दे रखा है और जब भी किसी को जरुरत पड़ती है तो इन सहेलियों को याद किया जाता है.ऋतु राज के अनुसार सात सहेलियों के इस टोली का मकसद सिर्फ रक्तदान करना ही नहीं है बल्कि रक्तदान से जूड़े फायदों को भी लोगों को बताना भी है. हमारे इस प्रयास को न सिर्फ बिहार एड्स कंट्रोल सोसायटी ने सराहा है बल्कि इस सोच को अभियान बनाने वाली प्रीति को राष्ट्रपति भी सम्मानित कर चुके है.ऋतु राज बताती है कि उनकी टोली का हर सदस्य तीन महीने में एक बार ब्लड डोनेट जरूर करता है और 3 साल से यह अभियान जारी है. ब्लड बैंक ने सभी सहेलियों को डोनर कार्ड भी जारी किया है.बहरहाल-इस छोटी सी मुहिम के साथ अब धीरे धीरे अन्य लोग भी जुड़ने लगे है और रक्तदान के प्रति लोगों में व्याप्त भय और शंका भी खत्म हो रहा है. तमाम सारण वासी बेटियों के जज्बे को सलाम करते हैं.
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