ग्रामीण क्षेत्रों में उज्जवला योजना के अंतर्गत घर घर लाइट पहुंचाने का वादा करने वाली भारत सरकार व राज्य सरकार यह नहीं बता रही है की सिर्फ खंभे से तार खींच देने से ग्रामीणों के घर में पंखा व बल्ब नहीं जलने लगेगा, लाइट का होना भी आवश्यक है। शहरी क्षेत्रों को 22 से 23 घंटे और देहात क्षेत्रों को 18 घंटे बिजली आपूर्ति के आदेश का दावा प्रदेश सरकार करती है। लेकिन यह सब बातें हवा हवाई साबित हो रही है। सर्दी के मौसम में बिजली कटौती बहुत ही कम देखने को मिलती थी लेकिन जैसे ही मौसम ने गर्मी की दस्तक दी बिजली का आंख मिचौली खेल दिखाई देने लगा। गांव देहात की बिजली 18 घंटे से घटकर बमुश्किल 10 घंटे रह गई है। देहात क्षेत्रों में अघोषित बिजली कटौती हो रही है। इस बिजली कटौती के चलते ग्रामीण क्षेत्र के उपभोक्ता चिलचिलाती गर्मी से बेहाल व परेशान है। उपभोक्ताओं को बिजली कटौती की कोई जानकारी नहीं होती है, बिजली कब आएगी और कब जाएगी यह किसी को नहीं पता होता है अगर गलती से बिजली आ भी गई तो बिजली ट्रिपिंग लोगों के लिए जी का जंजाल बन जाती है।
उपभोक्ताओं का कहना है कि शासन व विद्युत विभाग द्वारा जिला बहराइच के साथ में सौतेला व्यवहार क्यों किया जा रहा है जिला बहराइच के रोस्टर को ही क्यों बंद किया जाता है जबकि पड़ोसी जिलों श्रावस्ती व गोंडा के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति चालू रहती है। यह सब तब हो रहा है जब सांसद से लेकर विधायक तक हम लोगो ने चुन के भेजा और बहराइच क्षेत्र से राज्य सरकार में दो मंत्री होने के बावजूद भी जिला बहराइच की विद्युत व्यवस्था की यह हालत है तो यह एक सोचने का विषय है। वोट दे देशी मजा मारे विदेशी
नेपाल में बिजली आपूर्ति की समस्या नहीं है
जबकि भारत सरकार द्वारा नेपाल को बिजली आपूर्ति के लिए बहराइच के मुख्य मार्गो से होते हुए खंभों के द्वारा लाइन पहुंचाई गई हैं। जिसकी वजह में नेपालगंज में 24 घंटे लाइट रहती है। भारत सरकार जिस प्रकार से नेपाल के लोगों को 24 घंटे बिजली दे रही है वैसा जिला बहराइच के लोगो क्यों नही। बहराईच नेपाल का पड़ोसी जिला है और सुरक्षा के दृष्टिकोण से काफी संवेदनशील है उस हिसाब से तो इस जिले में 24 घंटे लाइट रहनी ही चाहिए। बहराइच जिले से चुने हुए सांसदों विधायकों व मंत्रियों को सोचना चाहिए कि गोंडा से रोस्टर अगर बहराइच का बार-बार बंद कर दिया जाता है तो क्या इस स्थिति गोंडा से बहराइच की लाइन अलग करा देनी चाहिए। अति शीघ्र ही सरकार को बहराइच जिले के लोगों के विद्युत समस्याओं का निदान के लिए खाका खींचना होगा की पिछली सरकारें बहराइच जिले की विद्युत समस्याओं को लेकर फिसड्डी क्यों साबित हुई। इससे पूर्व भी सरकारें आती रही जाती रही बदलती रही लेकिन बहराइच जिले की विद्युत समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है। तो क्या माना जाए पिछली सरकार की तरह यह सरकार भी जिला बहराईच को 24 घंटे बिद्युत आपूर्ति नहीं करवा पाएगी।
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