बहराइच 18 मई। ग्राम स्वराज अभियान अन्तर्गत जनपद में 21 से 25 मई 2018 तक संचालित होने वाले विशेष सघन मिशन इन्द्रधनुष अभियान में 90 प्रतिशत पूर्ण प्रतिरक्षण के लक्ष्य को प्राप्त करने के उद्देश्य से वृहस्पतिवार को देर शाम कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक में जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव ने समस्त सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के अधीक्षक एवं प्रभारी चिकित्साधिकारियों को निर्देश दिया कि स्वास्थ्य केन्द्र अन्तर्गत अच्छा व खराब कार्य करने वाली आशा व एएनएम को चिन्हित कर लें। डीएम ने निर्देश दिया कि बेहतर कार्य करने वाली आशा व एएनएम को पुरस्कृत कर सम्मानित व प्रोत्साहित किया जाय। जबकि कार्यों के प्रति उदासीन कार्मिकों के विरूद्ध दण्डात्मक कार्यवाही अमल में लायी जाये। समस्त अधीक्षकों व प्रभारी चिकित्साधिकारियों को निर्देश दिया गया कि तद्नुसार तैयार सूची के साथ आगामी बैठक में उपस्थित होना सुनिश्चित करें। जनपद में 21 से 25 मई 2018 तक संचालित होने वाले विशेष सघन मिशन इन्द्रधनुष अभियान की सफलता के लिए जिलाधिकारी ने कहा कि त्रुटि रहित ड्यू लिस्ट के सहारे ही द्वितीय चरण में अपेक्षित सफलता प्राप्त की जा सकती है। उन्होंने टीकाकरण कार्य की सफलता के लिए बीएचएनडी के निरीक्षण का प्लान तैयार कर आशा, एएनएम तथा अन्य सपोर्टिंग स्टाफ का प्रभावी पर्यवेक्षण किया जाय। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि आशा व एएनएम को ड्यू लिस्ट तैयार कराये जाने का प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाय। जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिये कि क्षेत्र में कार्य न करने वाली आशा को चिन्हित कर उनके विरूद्ध कार्रवाई की जाय। उन्होंने कहा कि यदि कोई अपने आप को कार्यवाही करने में अक्षम पा रहा है तो ऐसे कार्मिकों की सूची जिलाधिकारी को उपलब्ध करा दें। ंडीएम ने समस्त अधीक्षक एवं प्रभारी चिकित्साधिकारियों को निर्देश दिया कि क्षेत्र में पीसीवी वैक्सीन लगने के पूर्व के वर्षो में निमोनिया रोग से प्रभावित लोगों का डाटा उपलब्ध करायें तथा पीसीवी वैक्सीन लगाये जाने के वर्ष का डाटा भी उपलब्ध करायें जिससे यह जानकारी हो सके कि पीसीवी वैक्सीन लगने से निमोनिया के केस में कितनी कमी आयी है। जनपद के 04 ब्लाकों चित्तौरा, रिसिया, फखरपुर एवं तेजवापुर को टी.बी. मुक्त घोषित करने सम्बन्धी अभियान की समीक्षा कारते हुए जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि सर्वप्रथम कुछ ग्रामों को चिन्हित कर उन्हें टी.बी. मुक्त ग्राम घोषित करने की कार्यवाही करें, तद्नुसार ब्लाक के दूसरे ग्रामों के लिए विशेष रणनीति तैयार कर टी.बी. रोग पर वार किया जाय। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि टी.बी. मुक्त ग्रामों में सार्वजनिक स्थलों पर लिखवाया जाय कि यह गाॅव टी.बी. से मुक्त है।
बैठक के दौरान डब्लूएचओ के एसएमओ द्वारा बताया गया कि सीएचसी/पीएचसी से मीजिल्स केस की रिपोर्ट बहुत कम आ रही है। इस सम्बन्ध में डीएम ने सभी सम्बन्धित को निर्देश दिया कि मीजिल्स केस की अधिकाधिक रिपोर्ट करें तथा इस कार्य के लिए आशा व एएनएम को प्रशिक्षण भी दिलाया जाय। बैठक से तेजवापुर, बाबागंज, जरवल एवं फखरपुर तथा जनपदीय नोडल डा. विवेक एवं राजकुमार महतो के अनुपस्थित रहने पर सम्बन्धित से स्पष्टीकरण प्राप्त किये जाने का भी निर्देश दिया गया। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी राहुल पाण्डेय, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. ए.के. पाण्डेय, मुख्य चिकित्सा अघीक्षक डा. पी.के. टण्डन व डा. मंजरी टण्डन, बीएसए डा. अमर कान्त सिंह, जिला पूर्ति अधिकारी राकेश कुमार, डीपीएम एनएचएम डा. आर.बी. यादव सहित अन्य अधिकारी, अधीक्षक एवं प्रभारी चिकित्साधिकारी, बाल विकास परियोजना अधिकारीगण मौजूद रहे।
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