Breaking News

आवश्यकता है “बेखौफ खबर” हिन्दी वेब न्यूज़ चैनल को रिपोटर्स और विज्ञापन प्रतिनिधियों की इच्छुक व्यक्ति जुड़ने के लिए सम्पर्क करे –Email : [email protected] , [email protected] whatsapp : 9451304748 * निःशुल्क ज्वाइनिंग शुरू * १- आपको मिलेगा खबरों को तुरंत लाइव करने के लिए user id /password * २- आपकी बेस्ट रिपोर्ट पर मिलेगी प्रोत्साहन धनराशि * ३- आपकी रिपोर्ट पर दर्शक हिट्स के अनुसार भी मिलेगी प्रोत्साहन धनराशि * ४- आपकी रिपोर्ट पर होगा आपका फोटो और नाम *५- विज्ञापन पर मिलेगा 50 प्रतिशत प्रोत्साहन धनराशि *जल्द ही आपकी टेलीविजन स्क्रीन पर होंगी हमारी टीम की “स्पेशल रिपोर्ट”

Thursday, May 15, 2025 2:28:46 AM

वीडियो देखें

करेंगे तो कहोगे कि करता है!

करेंगे तो कहोगे कि करता है!
_____________ से स्वतंत्र पत्रकार _____________ की रिपोर्ट

रिपोर्ट : राजेंद्र शर्मा

अब क्या सुप्रीम कोर्ट को भी क्या मोदी विरोधियों वाली बीमारी लग गयी है। बताइए, मोदी जी जो भी करें, उसी से दिक्कत है। चुनाव आयोग में सीट छ: महीने से ज्यादा खाली रखी, तो प्राब्लम कि सीट इतने दिन खाली क्यों रखी। अब जब ताबड़तोड़ अरुण गोयल साहब को चुनाव आयोग में बैठाया है, तो कहते हैं कि ऐसी बिजली की–सी तेजी कैसे? इसमें कोई गड़बड़ी तो नहीं है! सरकार से अपाइंटमेंट की फाइल तलब कर के माने। पीएम जी करेंगे, तो भी कहेंगे कि करता है!

 

खैर! जब देसी विपक्ष वाले ही नहीं, दुनिया भर के विरोध करने वाले भी, मोदी जी को करने से नहीं रोक पाए, तो सुप्रीम कोर्ट क्या ही रोक लेगा। मोदी जी न रुकेंगे, न झुकेंगे और करने के पथ से पीछे कभी नहीं हटेंगे। और भाई जब करने वाला करता है, तो जाहिर है कि अपने मन की ही करेगा। आखिर, 130 करोड़ लोगों ने और किस लिए चुना है; दूसरों के मन की करने के लिए! दूसरों की मुंहदेखी करने की उम्मीद मोदी जी से कोई नहीं करे। जब गोयल साहब को कुर्सी पर बैठाने की मन में आ गयी, फिर देर क्यों लगती? इस्तीफा, अपाइंटमेंट, जॉइनिंग, सब फटाफट होना ही था। किस की हिम्मत है, जो पीएम के मन की बात पूरी होने में देरी कराए! नियम-कायदों की क्या औकात जो पीएम की मन की बात के रास्ते में आएं। रही बात बिजली की रफ्तार की, तो मोदी जी की सरकार की तो यही तूफानी चाल है। लटकाने, भटकाने, अटकाने के जमाने तो कब के जा चुके ; अब तो मोदी जी की मन की बात को अटकाने वाले कायदे-कानूनों को ही लटकाने के दिन चल रहे हैं। अगर एक सौ तीस करोड़ का पीएम भी अपने मन की नहीं कर सकता है, तो फिर कौन करेगा!

 

पचहत्तर साल बाद तो कहीं जाकर देश को एक करू नेता मिला है; उसके भी करने में कोर्ट-वोर्ट टांग अड़ाने लग जाएं, यह क्या अच्छी बात है! मोदी जी अब नहीं रुकेंगे। उल्टे जानकार सूत्रों से आयी लेटेस्ट खबर तो यह है कि मोदी जी ने पहले अठारह घंटे को बढ़ाकर बीस किया, अब बाईस घंटे काम कर रहे हैं। कोर्ट की टोका-टोकी के बाद, दो घंटे और बढ़ा दिए तो!

 

व्यंग्यकार प्रतिष्ठित पत्रकार और ’लोकलहर’ के संपादक हैं।

व्हाट्सएप पर शेयर करें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *