महराजगंज। नौतनवां तहसील क्षेत्र के पत्रकारों ने बीते रविवार को एक बैठक किए जिसमें पत्रकार उत्पीड़न को लेकर विस्तार से चर्चा किया गया साथ ही एकता बनाए रखने को लेकर विशेष बल दिया गया। बैठक का अध्यक्षता कर रहे उमेश चंद्र विश्वकर्मा ने कहा की आए दिन गरीब असहाय लोगों का कोई सुनने वाला नहीं है हर जगह गरीबों को दबाया जा रहा है तथा उनकी मूलभूत सुविधाओं से उन्हें वंचित कर दिया गया है, पात्र लाभार्थियों को अपात्र कर दिया गया है, वहीं गरीब थानों का चक्कर लगाते रहते हैं लेकिन कोई सुनने वाला नहीं होता है, गरीबों पर पुलिस भी अन्याय करना शुरू कर दी है। कुछ पुलिस तो यह कह कर कि थाने पर बड़े साहब बुलाए हैं हमारे साथ चलो कह कर गरीब से अंगूठा निसान लगवा कर भेज देती है तथा रास्ते में बताती है कि तुम्हारे ऊपर आबकारी का मुकदमा अर्थात शराब का मुकदमा दर्ज कर दिया गया है तहसील में जाकर जमानत करवा लेने की बात कहते हैं तथा जब कोई रिपोर्टर इसके सम्बन्ध में थाना प्रभारी से बात करता है तो साहब पत्रकार को ही उसका पत्रकारिता बताने लगते हैं यह भी सुनने में आया है कि प्रभारी निरीक्षक तो यह भी कहते हैं कि आप न कोई जांच अधिकारी हैं और न ही आप पकड़े हैं आपको पूछने का कोई अधिकार नहीं है पुलिस जो कर रही है उसको करने दें बीच में बाधा न बने। तथा वहीं तस्करी का खबर प्रकाशन करने पर भी सुनने में आया है कि थाना प्रभारी पत्रकार को देख लेने की धमकी भी दिए हैं। जो बिल्कुल ही बर्दाश्त नहीं किया जाएगा पुलिस अब पत्रकारों तथा गरीबों पर बहुत जुर्म कर चुकी है लेकिन अब जुर्म बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अब हम सब गरीबों के साथ रहने का संकल्प लें। उन्होंने कहा कि अब हम गरीबों का आवाज बनकर सामने आएंगे तथा जरूरत पड़ने पर उनके समस्याओं को लेकर सरकार तक भी पहुंचेंगे। इस मौके पर अशोक गुप्ता, उमेश चन्द विश्वकर्मा, संजय विश्वकर्मा, मुकेश कुमार, विष्णु पाण्डेय, दीपक पाण्डेय, नजीर अहमद, मनोज पाण्डेय, मनोज गिरी, अजय कुमार, सुनील शर्मा, गुड्डू जायसवाल, विनोद पटवा, सीएन पाण्डेय, विजय चौरसिया सहित तमाम पत्रकार उपस्थित रहे।
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