महराजगंज। थाना क्षेत्र नौतनवां के गांव नई कोट निवासी विनोद सिंह 44 सेना के राजपूताना रेजिमेंट में सूबेदार पद पर इंडो भूटान बॉर्डर पर तैनात थे, जहां पर रविवार की देर रात करीब नौ बजे बर्फ के नीचे फसने पर उनकी तबीयत अचानक खराब हो गई, जिसके बाद साथी सैनिकों ने उन्हें निकट के मिलिट्री अस्पताल में भर्ती कराया जहां पर कुछ देर बाद हृदयगति रुकने से सैनिक विनोद सिंह की मौत हो गई।
विनोद की मौत की सूचना जैसे ही उनके गांव पहुंची गांव समेत उनके घर में कोहराम मच गया। मृत जवान के बड़े भाई दिनेश सिंह ने बताया कि पिता सिंहासन सिंह भी सेना के जवान थे। देश की सेवा करने के लिए पिता की बताएं गए मार्ग पर चलते हुए छोटे भाई विनोद भी 1996 में सेना में भर्ती हुए। उसके बाद उन्होंने देश की सेवा करते हुए कारगिल युद्ध में भी देश के लिए अहम भूमिका निभाई।
सूबेदार विनोद अभी बीते कार्तिक पूर्णिमा पर कुछ दिनों की छुट्टी लेकर घर आए हुए थे। छुट्टी बीतने के बाद पुनः वह इंडो भूटान बॉर्डर कैम्प पर तैनाती के लिए चले गए। जहां से रविवार की रात करीब साढ़े नौ बजे सेना के अधिकारियों का मोबाइल के जरिए फोन आया कि उनके भाई विनोद सिंह की अचानक तबीयत खराब हो गई थी जिनको निकट के सैनिक अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
अस्पताल में इलाके दौरान हृदयगति रुकने से सूबेदार विनोद की मौत हो गई है। मौत की सूचना मिलते ही परिजनों सहित ग्रामीण गमगीन हो गए। मृत सैनिक के दो बेटे निशांत सिंह 13 वर्षव अनुभव सिंह 10 वर्ष तथा एक लड़की स्नेहा सिंह 15 वर्ष का रो रोकर बुरा हाल है। सैनिक के मौत की सूचना पाकर तमाम लोग उनके आवास पर पहुंचकर परिजनों को सांत्वना में जुट गए और उनके शव की प्रतीक्षा में लोग पलके विछाए बैठे है।
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