बहराइच। रुपैडिहा भारत नेपाल सीमा पर स्थित सीमान्त इण्टर कालेज रूपईडीहा के सभागार मे मादक पदार्थो की रोकथाम करने के विषय मे सीमावर्ती दोनों देशों के सुरक्षाकर्मियों, समाज सेवियों, व्यापारियों व संचार कर्मियों की एक बैठक सम्पन्न हुई। इस अवसर पर वक्ताओं ने मादक पदार्थो से उत्पन्न समस्याओं तथा इनके न्यूनीकरण के सम्बंध मे अपने अपने विचार व्यक्त किए। सीमावर्ती दोनों देशों की एक नेपाल भारत नशा उन्मूलन समिति की भी गठन किया गया। बैठक की अध्यक्षता जिला भाजपा कार्यकारिणी के सदस्य रमेश कुमार अमलानी ने की। मादक पदार्थो के उपयोग व इनसे होने वाली हानियों के बारे मे डाक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डा0 सनत कुमार शर्मा ने विस्तार से बताया। उन्होने ज्ञानवर्द्धक जानकारी देते हुए बताया कि चरक, सुश्रुत व वाग्भट आदि आयुर्वेद के विद्वानों का एक ही मत है कि विषस्य विषमौषधम अर्थात विष ही विष की दवा है। उन्होने कहा कि घातक रोगों के इलाज के लिए इस प्रकार की औषाधियों का निर्माण पूर्वकाल से किया जाता रहा है। परन्तु आज कल इन दवाओं का उपयोग युवा वर्ग नशे के लिए करने लगा है। यह तन व मनो मस्तिष्क को बर्बाद कर रहा है। इसके लिए पूरे समाज को रोकने हेतु चिंता करने की आवश्यकता है। भारत नेपाल दोनों देशों की पीढ़िया बर्बाद हो रही है। नेपाल के प्रदेश नं0 5 मे नशा उन्मूलन सम्बंधी कार्य करने वाले इंसपेक्टर वीर बहादुर थापा ने विस्तार से नेपालगंज, बर्दिया, दांग व सुर्खेत मे पकड़े गये मादक पदार्थो सहित युवकों की जानकारी दी। उन्होने कहा कि मै पांच माह से मादक पदार्थो की रोकथाम पर काम कर रहा हूं। सैकड़ों युवा युवतियां स्मैक व नशीली दवाइयों सहित पकड़े जा चुके है। उन्होने बताया कि मादक पदार्थो की जांच मे गौरी व जमुना नामक दो डाग स्क्वायड लगाये गये है। एक सप्ताह पूर्व रूपईडीहा से जमुनहां थाना मे इन दोनों ने रूपईडीहा से मादक पदार्थ ले जाने वाले 07 लोगों को सूंघकर पकड़वाया था। उन्होने रूपईडीहा के नागरिक समाज, व्यापारियों व सुरक्षाधिकारियों से इसकी रोकथाम करने की अपील की। उन्होने यह भी बताया कि मादक पदार्थ की तस्करी सीमावर्ती क्षेत्र मे संगठित अपराध का रूप ले चुका है। केवलपुर प्रधान प्रतिनिधि मो0 जुबेर फारूकी ने अपने सम्बोधन मे कहा कि मै विगत 10 वर्षो से कस्बे मे बिक रही स्मैक व नशीली दवाइयों के विरूद्ध आवाज बुलंद कर रहा हूं। उन्होने नेपाली क्षेत्र को सम्बोधित करते हुए कहा कि पैसा तो नेपाल से आ रहे है और खरीदार भी नेपाल से आ रहे है। मैने अपनी आंखों से देखा है कि नेपाली युवा ही नही नेपाली युवतियां अपनी जेब से पैसा निकालती है और मादक पदार्थ खरीदकर चली जाती है। यह भयावह स्थित है। स्थानीय एसएसबी बीओपी के इंचार्ज अरूण कुमार सिंह ने मादक पदार्थ नियंत्रण हेतु कई सुझाव दिए। उन्होने कहा कि मैने देखा है कि 10-15 साल के बच्चे तक नेपालगंज से रूपईडीहा मादक पदार्थो के सेवन हेतु आ रहे है। जमुनहां चैकी पर ही इनकी जांच होनी चाहिए। कई मादक पदार्थो सहित अपराधियों को पकड़ कर हमने जेल भेजा है। बैठक को डा0 विनोद थापा, नेपाल पत्रकार महासंघ बांके के पूर्व अध्यक्ष रूद्र सुवेदी, उद्योग वाणिज्य संघ की तारा रोकाय क्षेत्री, सीमान्त इण्टर कालेज के डायरेक्टर सुभाष चन्द्र पाण्डेय, रूपईडीहा मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष वैजनाथ गुप्त आदि ने सम्बोधित किया। अंत मे रमेश कुमार अमलानी के संरक्षकत्व व पत्रकार मनीराम शर्मा के संयोजकत्व मे भारत नेपाल के सुरक्षा अधिकारियों, समाज सेवियों, पत्रकारों व दवा विक्रेताओं की समिति गठित की गयी। बैठक मे रूपईडीहा थाने के क्राइम इंसपेक्टर हर्षवर्द्धन सिंह, दीवान रवीन्द्र मिश्र, नेपाल सशस्त्र के डीएसपी राजू शाह, रूपईडीहा उद्योग व्यापार संघ के अध्यक्ष विजय कुमार मित्तल, महामंत्री रजा इमाम रिजवी, डा0 उमाशंकर वैश्य, याकूब अंसारी, नेपालगंज नगर पुलिस थाने के इंस्पेक्टर नारायण डांगी, जमुनहां थाने के इंचार्ज बंसत कुमार बस्नेत व सहारा हाउस के रवीन्द्र सिंह राठौर आदि लोग मौजूद रहे। बैठक का संयोजन नेपालगंज उपमहानगरपालिका के संयोजन मे हुआ था। कार्यक्रम का संचालन सहारा हाउस नेपालगंज बांके के अध्यक्ष अभिराज क्षेत्री ने किया। नेपाल भारत नशा उन्मूलन समिति की आगामी बैठक नेपालगंज मे होने की संभावना है।
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