बहराइच 01 दिसम्बर। श्रीमती सिमरजीत कौर पत्नी बलवेन्द्र सिंह, नि. ग्राम मटेही, तहसील मिहींपुरवा (मोतीपुर) ने 26 नवम्बर 2021 को जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चन्द्र के जनता दर्शन में उपस्थित होकर बताया कि प्रार्थिनी गाटा संख्या 447 मि. रक्बा 1.8880 हे. स्थित मौजा रमपुरवा परगना धर्मापुर, तहसील मिहींपुरवा की सहखातेदार है संक्रमणीय भूमिधर है। प्रार्थिनी का नाम खाता संख्या 367 सनफसली 1422-1427 फ. में सहखातेदार के रूप में गाटा सं. 447मि./1.8880 हे. में दर्ज था। परन्तु खतौनी परिवर्तन के दौरान सनफसली 1428-1433 फ. की खतौनी संख्या 424 में उसका नाम खतौनी में नहीं है। सनफसली 1428-1433 खतौनी खाता सं. 424 को दुरूस्त कराकर प्रार्थिनी का नाम बतौर सह खातेदार दर्ज कराया जाय। श्रीमती कौर के प्रार्थना-पत्र का कड़ा संज्ञान लेते हुए डीएम डॉ. चन्द्र द्वारा उप जिलाधिकारी मिहींपुरवा (मोतीपुर) से 02 दिवस में आख्या तलब की गयी।
उप जिलाधिकारी मिहींपुरवा (मोतीपुर) द्वारा अपनी आख्या में अवगत कराया गया कि जांचोपरान्त पाया गया कि आवेदिका सिमरजीत कौर व नरेन्द्र कौर द्वारा राजस्व ग्राम रमपुरवा परगना, धर्मापुर में गाटा संख्या 447 मि. रक्बा 1.8880 हे. में से रक्बा 0.4550 हे. संयुक्त रूप से बालकिशुन पुत्र रामप्रसाद से खरीदा था। खतौनी फसली वर्ष 1422-1427 फसली में आवेदिका अन्य खातेदारों के साथ गाटा संख्या 447 मि. रक्बा 1.8880 हे. खाता संख्या 367 पर सहखातेदार खतौनी अंकित अभिलेख है। फसली वर्ष 1428-1433 फसली में आवेेदिका का नाम त्रुटिवश खतौनी में अंकित नहीं हो पाया। जबकि खतौनी फसली वर्ष 1428-1433 फसली में आवेदिका का नाम सहखातेदार अंकित होना चाहिए था। जिलाधिकारी के निर्देश पर श्रीमती सिमरजीत कौर का मात्र नाम ही नहीं खतौनी पर दर्ज किया गया बल्कि आवेदिका को दुरूस्त खतौनी की नकल स्वयं जिलाधिकारी डॉ चन्द्र द्वारा उपलब्ध भी करा दी गयी।
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