बहराइच 21 मार्च। क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डॉ रंजन वर्मा ने बताया कि जनपद बहराइच में शासन स्तर से हुई जांच में आयुर्वेदिक 10 दवायें नकली पायी गयी है तथा 22 दवाओं में ऐलोपैथिक की मिलावट पायी गयी है। इन सभी 32 दवाओं की बिकी पर पूरे प्रदेश में प्रतिबंध लगा दिया गया है जिसमें लिवर की प्रचालित दवा लिव-52 भी सम्मिलित है इसमें मंडूर भस्म व दारुहरिद्रा का मिश्रण मानक के अनुरुप नहीं पाया गया। प्रदेश के समस्त क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारियों को इन दवाओं की बिक्री को रोकने के निर्देश दिये गये है तथा विभाग द्वारा छापेमारी जारी है मानक विरुद्ध पायी गयी दवाओं में प्रेडनिसोलोन व बीटामेथासोन नामक स्टेराइड, आइबाप्रोफेन व डाइक्लोफिनेक नामक दर्द निवारक, ग्लीमपैराइड नामक मधुमेह की दवा व सिलिडिनाफिल नामक यौन उत्तेजना की दवा का अपमिश्रण पाया गया है तथा सीतापुर, गाजियाबाद, सहारनपुर, मुजफ्नगर, मेरठ, लखनऊ, वाराणसी, लखीमपुर खीरी, गौतमबुद्धनगर व कानपुर से इन दवाओं के नमूने लिये गये थे। जनपद बहराइच में इन दवाओं की बिकी पाये जाने पर उनके विरुद्ध नियमानुसार अनुशासानिक कार्यवाही की जायेगी।
अपमिश्रण पायी गयी दवाएं विश्वास गुड हेल्थ, पेननिल चूर्ण, एज किट चूर्ण, अमृत आयुर्वेदिक चूर्ण, दर्द मुक्ति चूर्ण, आर्थोनिल चूर्ण, योगी केयर, माइकान गोल्ड कैप्सूल, डाठबियंट शुगर कैयर टेबलेट, हाई पावर मूसली, कैप्सूल, डाइबियोग केयर, झंडू लालिमा, हेल्थ गुड सिरप, हेपलिव डीएस सीरप, सिस्टोन सीरप, बायना प्लस ऑयल, वातारिन ऑयल, लिव-52, न्यू रिविल, बोस्टा एम.आर. टैबलेट व लिव-52 तथा नकली दवाओं में ज्वाला दाद, रूमो प्रवाही, सुंदरी कल्प सिरप, त्रयोदशांग गुग्गुल, वेदांतक वटी, एसीन्यूट्रा लिक्विड, आंवला चूर्ण, सुपर सोनिक कैप्सूल, बोस्टा 400 टेबलेट व बायना प्लस कैप्सूल शामिल है।
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