सरकार की मजदूर विरोधी गतिविधियों के खिलाफ संघर्ष ऐलान
सितम्बर में होने वाले तहसील सम्मेलन की तैयारियों को लेकर सीटू की बैठक संपन्न
कोटा/ इटावा। इटावा के गैंता स्थित मजदूर किसान भवन में निर्माण मजदूर यूनियन (सीटू) की तहसील कमेटी इटावा के पदाधिकारियों व सदस्यों की मीटिंग यूनियन उपाध्यक्ष कामरेड गोपाल लाल महावर की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई।
बैठक में कामरेड अमोलक चन्द, कामरेड प्रेम पेंटर, कामरेड द्वारका प्रसाद, कामरेड राकेश कुमार, कामरेड मुरारीलाल, कामरेड धनराज, कामरेड जगदीश प्रसाद, कामरेड छोटूलाल, कामरेड संजय कुमार व अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।
यूनियन उपाध्यक्ष कामरेड अमोलक चन्द महावर ने बताया कि यूनियन महामंत्री मुरारीलाल बैरवा ने बैठक का संचालन करते हुए यूनियन द्वारा मजदुरों और आमजन के हित में किए कार्यो और संघर्षों से प्राप्त उपलब्धियों की रिपोर्ट विस्तार से सभी सदस्यों के सांने पेश की। जिसे सर्वसम्मति से पारित किया गया। महामंत्री ने केंद्र और राज्य सरकार को मजदूर विरोधी और कार्पोरेट घरानों के लिए काम करने वाली कम्पनी बताया। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार के 10 साल में हर वर्ग परेशान हुआ है। बजरी खनन पर रोक लगा कर मजदूरों का रोजगार छीनने का काम किया। महंगाई पर कोई नियंत्रण नहीं हो रहा, निजीकरण को बढ़ावा दिया जा रहा है। महिलाओं पर अत्याचार हो रहा है। गरीबों का शोषण तेजी से बढ़ रहा है। गरीबों पर महंगाई की मार पड़ रही है और अमीरों को आमजनता को लूटने की खुली छूट दे रखी है। देशभर में मजदूरों को अपने हक अधिकारों को बचाने के लिए संघर्ष करने को मजबूर कर दिया गया है। किसान लम्बे समय से अपनी फसलों के उचित भाव की मांग को लेकर सड़कों पर उतरा हुआ है। कार्पोरेट घरानों को बचाने के लिए संविधान को खत्म करने की साजिश केंद्र सरकार कर रही है। संविधान को बचाने और लोकतंत्र को खत्म होने से बचाने के लिए आने वाले लोकसभा चुनाव में बीजेपी काे सत्ता से हटाना जरूरी है। इसके लिए निर्माण मजदुरों और आमजनता के बीच रोजगार, भोजन एवं पोषण, स्वास्थ्य, आवास, आय और वेतन, विनिर्माण को बढ़ावा, रोजगार सृजन, बजरी रेती पर लगी रोक हटाने, श्रमिक योजनाओं का भुगतान समय पर करने, बढ़ती महंगाई को कम करने और सरकारी संस्थाओं का निजीकरण बंद करने जैसे मुद्दों को लेकर सभी राज्यों में मजदूर युनियनों द्वारा अभियान चलाए जाने का निर्णय लिया गया है। इसी क्रम में 6 अप्रेैल से इटावा पीपल्दा क्षेत्र में निर्माण मजदूर यूनियन (सीटू) द्वारा मजदूरों व आमजनता के बीच जागरूकता अभियान चलाने का प्रस्ताव पारित किया गया। इसके लिए टीम भी गठित कर दी गई है। सीटू यूनियन इटावा का सातवां तहसील सम्मेलन चर्चा के बाद सितम्बर माह में करने का प्रस्ताव रखा गया। इस प्रस्ताव को अमावस्या पर होने वाली मजदुरों की जनरल मीटिंग में ले जाकर सभी की सहमति से पारित कराने का सुझाव उपाध्यक्ष प्रेम पेंटर, द्वारका प्रसाद, राकेश कुमार, छोटूलाल, जगदीश प्रसाद, मुरारीलाल, धनराज, रामचन्द्र महावर ने दिए।
संघर्ष करने पर ही सरकारें करती हैं काम
बैठक समापन करते हुए कार्यवाहक अध्यक्ष कामरेड गोपाललाल महावर ने कहा कि यूनियन का हर सदस्य जिम्मेदारी से मजदूरों के हित में कार्य करे। उन्होंने क्षेत्र के निर्माण मजदूरों और आमजनता से भी अपील करते हुए कहा कि अमावस्या को होने वाली मजदूरों की मीटिंग में ज्यादा से ज्यादा संख्या में पहुंचें। आपके एकजुट होकर संघर्ष करने से आपके बच्चों का भविष्य उज्जवल होगा। संघर्ष करने पर ही सरकारें काम करती हैं। हर हाथ को काम मिले, काम के पूरे दाम मिलें सरकार ऐसा गारंटी कानून लागू करे।
मजदुरों को रोजगार देने के लिए बजरी पर रोक हटाने की मांग मांग लेकर जल्द संघर्ष शुरू करेंगे। जिसकी तैयारियां सीटू निर्माण मजदूर यूनियन इटावा पीपल्दा के सदस्यों द्वारा शुरू कर दी गई है। संघर्ष की सूचना जल्द तारीख तय करके सभी को दे दी जाएगी।
व्हाट्सएप पर शेयर करें
No Comments






