बहराईच। कोरोना वैश्विक महामारी के कारण ग़रीब मजदूर, प्रवासी मजदूरों तथा मध्यम वर्ग के लोग ज्यादा प्रभावित हुए हैं सरकार इनकी मदद के लिए नई नई योजनाओ की घोषणा भी कर रही हैं लेकिन सरकार की योजनाओ पर उनके ही कर्मचारी भ्रष्टाचारियो को मदद प्रदान कर भष्टाचार करने की छूट भी देते हैं जिसका जीता जागता उदाहरण विकास खण्ड नबाब गंज में जिला आपूर्ति अधिकारी एवं निरीक्षक तथा नोडल अधिकारी बितरण के सहयोग से घटतौली तथा नये कार्ड ध। रको के राशन पर डाका डालने वाले कोटेदार किस तरह दबंगई करते है जिसका जीता जागता उदाहरण वायरल हो रही ये ऑडियो क्लिप है। रुपईडीहा थाना क्षेत्र के वनकुरी गांव के कोटेदार नसीम सिद्दीकी गरीबों का राशन भी डकार रहा है और जब पीड़ित मामले की शिकायत डीएम से करने की बात कहता है तो कोटेदार अधिकारियों को भी अपशब्द कहता है। दबंग कोटेदार को न तो अधिकारियों का डर है ना ही सरकार का। ऐसे कोटेदारों के चलते सरकार की छवि लगातार खराब हो रही है। अब देखना ये है कि इस मामले को जिले के अधिकारी कितनी गंभीरता से लेंगे। इसी क्रम में ग्राम सभा सहजना, रनजीत बोझा, केवलपुर, पोखरा, शिवपुरा, पण्डितपुरवा, आदि के कोटेदारों द्वारा प्रति यूनिट पाँच सौ ग्राम कम तथा नये कार्ड धारकों को खाद्यान्न नही दिया जाता है। कोटेदारों का कहना है कि तीन माह के बाद हमें खाद्यान्न मिलेगा तो आप को दिया जायेगा जबकि केंद्र व प्रदेश सरकार का कहना है कि किसी भी गरीब को भूखे नहीं सोने दिया जायेगा। गौरतलब है कि बिकास खण्ड नबाबगंज के निबिया ग्राम वासी राम प्यारी पत्नी राम अचल, दुलारा देबी पत्नी ननकू सोनकर, सुदामा देबी पत्नी टेढे, जानकी पत्नी देवारी, मंजू पत्नी कुँवारे, रातरानी पत्नी, केशरवानी पत्नी मंगरे, पँच। स। पत्नी राघे आदि ने थाना में तहरीर देकर कोटेदार की जाँच करने की मांग की है। इस सम्बंध में रमेश कुमार अमलानी जिला भाजपा कार्यकारणी पदाघिकारी ने माँग किया है कि जाँच कर आवश्यक कार्यवाही किया जाए।
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