बहराइच। ट्रस्ट कम्युनिटी लाइवलीहुड्स (टीसीएल) द्वारा टाटा ट्रस्ट के सहयोग से जनपद बहराइच एवं श्रावस्ती के ग्रामीणों क्षेत्रों में कृषि आधारित आजीविका संवर्धन के अतिरिक्त सरकारी प्राथमिक विद्यालयों के उन्नयन, महिलाओं में डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देना, शलात्यागी किशोरी बालिकाओं को जीवन कौशल एवं तकनीकी शिक्षा तथा प्रवासी मजदूरों के विकास के सम्बन्ध में किये गये कार्यों प्रस्तुतिकरण हेतु कृषि विज्ञान केन्द्र बहराइच में शुक्रवार को देर शाम उप कृषि निदेशक डा. आर.के सिंह की अध्यक्षता में एक बैठक को आयोजन किया गया। बैठक को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि उप निदेशक कृशि डाॅ. सिंह ने किसानों को सुझाव दिया कि अपनी आय में बढ़ोत्तरी के लिए कृषि के साथ साथ बागवानी, पशुपालन को भी अपनायें। डाॅ. सिंह ने कहा कि बेहतर प्रबन्धन से भी आय में इज़ाफा में किया जा सकता है। कृषि विज्ञान केन्द्र के समन्वयक डाॅ. एम.पी. सिंह ने सुझाव दिया कि पशुओं के गोबर और फसलों के अवशेषो का उपयोग मृदा के रूप में करके भी किसान अपनी लागत में कमी ला सकते हैं। कृषि उत्पादन मण्डी समिति बहराइच के सचिव सुभाष सिंह ने कहा कि मण्डी के माध्यम से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर किसानों को अपनी उपज बेचने से न्यूनतम 30 प्रतिशत की अतिरिक्त आय प्राप्त हो सकती है। बैठक के दौरान लीड बैंक प्रबन्धक एम.एल. साहू ने किसानों को सुझाव दिया कि समय से बैंक लोन की अदायगी करें ताकि एनपीए में बढ़ोत्तरी न हो, और बैंक कर्ज़ देने से मना न करें। डीडीएम नाबार्ड एम.पी. बर्नवाल ने बताया कि यदि एकता महिला सेवा मण्डल एफपीओ के रूप में कार्य करती है तो किसानो से उनका उत्पाद खरीदने के लिए नाबार्ड उसकी मदद कर सकता है। क्षेत्रीय प्रबन्धक आर्यावर्त बैंक एल.एन. गौड़ ने कहा कि समूह में महिलाओं और पेशेवर नज़रिए के लोगों को शामिल करंेगे तो तमाम वित्तीय संस्थाएं आसानी के साथ मदद करेंगी। इस अवसर पर संस्था के प्रमुख विनौद जैन व ट्राटा ट्रस्ट के प्रतिनिधि राकेश जनपद व बहराइच में संचालित गतिविधियों के सम्बन्ध में जानकारी प्रदान करते हुए सम्बन्धित विभागों से अपेक्षित सहयोग की अपेक्षा की। कार्यक्रम का संचालन टी.सी.एल. के डाॅ. सनील पाण्डेय द्वारा किया गया।
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