बहराइच। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा स्वतन्त्रता दिवस के अवसर पर दिये गये उद्बोधन को साकार करने के उद्देश्य से ‘‘प्लास्टिक कचरा प्रबन्धन’’ हेतु स्वच्छता ही सेवा अभियान-2019 की थीम प्लास्टिक कचरा प्रबन्धन होगी। जनपद में स्वच्छ भारत जन-आन्दोलन एवं प्लास्टिक कचरा प्रबन्धन अन्तर्गत सार्वजनिक स्थानों यथा धार्मिक स्थलों, रेलवे स्टेशनों, हास्पिटल, मण्डी इत्यादि सार्वजनिक स्थलों पर तेज़ी लाने के लिए 03 चरणों में अभियान संचालित किया जायेगा। प्रथम चरण में 11 सितम्बर से 01 अक्टूबर तक कार्यक्रमों की तैयारी, द्वितीय चरण में 02 अक्टूबर को वृहद स्तर श्रमदान तथा तृतीय चरण में 03 से 27 अक्टूबर 2019 तक प्लास्टिक कचरे की रीसाईक्लिंग एवं इसका प्रभावी निस्तारण कराया जायेगा। जनपद में संचालित होने वाले अभियान के सम्बन्ध में जिलाधिकारी शम्भु कुमार ने समस्त बीडीओ व एडीओ पंचायत को निर्देश दिया है कि स्वच्छता ही सेवा अभियान 2019 के दौरान प्रत्येक ग्राम पंचायत में प्लास्टिक एकत्रीकरण केन्द्र का चिन्हीकरण, ग्राम पंचायत पर एकत्र प्लास्टिक अपशिष्ट को विकास खण्ड स्तर पर परिवहन करने की व्यवस्था के साथ-साथ समस्त ग्राम प्रधानों को व्यक्तिगत रूप से अभियान को चलाने एंव प्लास्टिक कचरा एकत्रीकरण करने में अग्रणी भूमिका निभाने हेतु प्रेरित करेंगे। जिलाधिकारी ने सभी समबन्धित को निर्देश दिया गया है कि प्लास्टिक कचरा प्रबन्धन में जन समुदाय, ग्राम पंचायतों, प्रधानों, महिलाओं एवं बच्चों की प्रतिभागिता की अभियान काल में समीक्षा के सन्दर्भ में एक आनलाइन ऐप को डैश बोर्ड के साथ लिंक किया गया है जिसके माध्यम से अभियान काल मे जनपद के अन्तर्गत विकास खण्ड की ग्राम पंचायतों में आयोजित ग्राम सभाओं की बैठकों को ट्रैक किया जा सकेगा। सभी अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि ग्राम पंचायत में आयोजित बैठक की तिथि, महिलाओं एवं बच्चों के साथ कुल प्रतिभागियों की संख्या, फोटोग्राफ तथा प्लास्टिक अपशिष्ट एकत्रीकरण एवं परिवहन किये जाने की फोटोग्राफ को ऐप पर अनिवार्य रूप से डाउनलोड करेंगे। सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि प्लास्टिक मुक्त समाज की स्थापना से सम्बन्धित सूचनाएं, संदेशों एवं फोटोग्राम के आदान-प्रदान करने हेतु विकास खण्डवार एवं ग्राम पंचायतवार व्हाट्सएप ग्रुप बना कर डे-बाई-डे की गतिविधियों को अनिवार्य रूप से पोस्ट करेंगे। एक बार प्रयोग की जाने वाली प्लास्टिक को प्रतिबन्धित किये जाने हेतु विकास खण्ड पर सरकारी एवं गैर सरकारी कार्यालयों में एक बार प्रयोग की जाने वाली प्लास्टिक पर पूर्ण प्रतिबंध किये जाने की घोषणा, जन कार्यक्रमों में एक बार प्रयोग की जाने वाली लास्टिक पर पूर्ण प्रतिबंध किये जाने की घोषणा तथा पानी की बोतल रैपर्स इत्यादि, विभिन्न वस्तुओं के बर्तन भण्डार जूट एवं कपड़े इत्यादि के झोला भण्डार, मिट्टी के बर्तन भण्डार एवं अनके प्रयोग को बढ़ावा दिया जाये। इसके अलावा एक बार प्रयोग की जाने वाली प्लास्टिक पर पूर्ण प्रतिबंध के सम्बंध में आईईसी गतिविधियों के माध्यम से प्रचार-प्रसाद कर जागरूकता फैलाने, सोशल मीडिया का व्यापक प्रयोग करते हुये इसे जन-आन्दोलन का रूप देने, स्वयं सहायता समूहों, पंचायत उद्योगो, सहकारी समितियों आदि के माध्यम से जूट एवं अन्य स्थानीय सामग्री के द्वारा झोला इत्यादि का निर्माण एवं वितरण तथा प्रयोग को बढ़ावा देने, जन-व्यवहार की आदतों में परिवर्तन लाने से समबन्धित गतिविधियों को बढ़ावा दिया जायेगा। चाय, पानी इत्यादि के उपयोगार्थ प्लास्टिक युक्त अथवा अर्ध प्लास्टिक के स्थान पर स्टील आदि के ग्लासों तथा मिट्टी के कुल्हड़ के प्रयोग को बढ़ावा दिया जाये। विद्यालयों में एक बार प्रयुक्त होने वाली प्लास्टिक प्रयोग नहीं करने के सम्बंध में चित्रकला, वाद-विवाद, भाषण, निबंध लेखन इत्यादि प्रतियोगिताओं का आयोजन, ग्राम सभा की बैठकों में समीक्षा एवं जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जाए। प्रत्येक गांव को सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्त करने व गांव में सामूहिक साफ-सफाई के लिए प्रत्येक माह एक स्वच्छता अभियान चलाया जाये।
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