बहराइच। शनिवार को देर शाम कलेट्रेट सभागार में आयोजित जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी शम्भु कुमार ने मातृ स्वास्थ्य व जननी सुरक्षा योजना कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिया कि आपरेशन कायाकल्प के तहत जिन स्वास्थ्य उपकेन्द्रों पर सुदृढ़ीकरण का कार्य कराया गया है, और वहाॅ पर तैनात ए.एन.एम. केन्द्र पर रहना नहीं चाहती है तो सम्बन्धित को हटाकर उक्त केन्द्र पर रहने की इच्छुक ए.एन.एम. की तैनाती कर प्रसव केन्द्र का सुव्यवस्थित संचालन सुनिश्चित करायें। इसी सम्बन्ध में प्रभारी चिकित्साधिकारी रिसिया को निर्देश दिया गया कि सी.एच.सी. के सभी 06 उप केन्द्रों पर प्रसव केन्द्र को संचालित करायें। जिलाधिकारी ने सभी प्रभारी चिकित्साधिकारियों को यह भी निर्देश दिया कि जहाॅ जहा प्राईवेट डिलीवरी हो रही है उसका संज्ञान लेते हुए नियमानुसार कार्रवाई करें। इस सम्बन्ध में यदि कोई समस्या हो तो जिला स्तर से आवश्यक दिशा निर्देश प्राप्त किये जायें। ऐसे कार्यों में संलिप्त स्वास्थ्य वर्करों को भी चिन्हित कर उनके विरूद्ध कठोर दण्डात्मक कार्रवाई की जाय। श्री कुमार ने यह भी निर्देश दिया कि ऐसे क्षेत्र जहाॅ पर संस्थागत प्रसवों की संख्या अपेक्षाकृत कम है, सम्बन्धित प्रभारी चिकित्साधिकारी ऐसे कारकों की जानकारी कर संस्थागत प्रसवों की संख्या में बढ़ोत्तरी करते हुए सम्बन्धित को सरकार द्वारा संचालित योजनाओं से आच्छादित करायें। ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण दिवस के महत्व पर प्रकाश डालते हुए जिलाधिकारी श्री कुमार ने कहा कि स्वास्थ्य इंडीकेटर्स में सुधार लाने के लिए वीएचएसएनडी दिवस को प्रभावी ढंग से संचालित करना अनिवार्य है। श्री कुमार ने निर्देश दिया कि वीएचएसएनडी दिवस में ग्राम प्रधानों के साथ-साथ आमजन की सक्रिय सहभागिता भी सुनिश्चित करायी जाय। प्रधान मातृ वंदना योजना की समीक्षा के दौरान अपेक्षित प्रगति पाये जाने पर जिलाधिकारी ने संतोष व्यक्त किया। समीक्षा के दौरान पाया गया कि अब तक 42620 महिलाओं को लाभान्वित करते हुए धनराशि रू. 15 करोड़ 08 लाख 86 हज़ार की धनराशि का प्रेषण किया गया है। वित्तीय प्रगति की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण समिति को समय से बजट का आंवटन किया जाय। बैठक के दौरान एच.बी.एन.सी., राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य व राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम, नियमित एवं विशेष टीकाकरण अभियान, राष्ट्रीय क्षय एवं कुष्ठ नियंत्रण, राष्ट्रीय अन्धता निवारण, राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम, आरोग्य केन्द्रों की क्रियाशीलता, आयुष्मान भारत सहित योजनाओं एवं कार्यक्रमों की समीक्षा कर सम्बन्धित को आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये। इसके अलावा जनपद में 02 से 30 सितम्बर 2019 तक संचालित होने वाले तृतीय संचारी रोग नियन्त्रण अभियान दस्तक के लिए अन्तर्विभागीय समन्वय बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी ने सभी सम्बन्धित विभागों को निर्देश दिया कि अभियान के क्रियान्वयन के सम्बन्ध में होने वाली समस्त गतिविधियों को फोटोग्राफ्स के साथ अभिलेखीकरण अवश्य किया जाय। उन्होंने कहा कि संचारी रोगों पर नियंत्रण मुख्यमंत्री व शासन की शीर्ष प्राथमिकता है इसलिए सभी सम्बन्धित विभाग अपने-अपने उत्तरदायित्वों का निर्वहन पूरी मुस्तैदी के साथ करेंगे। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अरविन्द चैहान, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. सुरेश सिंह, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. डी.के. सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी जी.डी. यादव, जिला पंचायत राज अधिकारी उमा शंकर पाण्डेय, डी.पी.एम. एन.एच.एम. डा. आर.बी. यादव, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी एस.के. तिवारी सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी, प्रभारी चिकित्साधिकारी व बाल विकास परियोजना अधिकारी मौजूद रहे।
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