कैसरगंज उपजिलाधिकारी रामजीत मौर्या ने गौआश्रय स्थल का किया पुनः निरिक्षण, आवारा पशुओं की जगह गांव वालों ने रखे, अपने पालतू पशु, जिसे गंभीरता से लेते हुए उप जिलाधिकारी कैसरगंज ने पालतू पशुओं को गौआश्रय स्थल से हटाने के लिए निर्देश देते हुए गांव वालों से किया बातचीत।
जरवल विकासखंड के अंतर्गत ग्राम पंचायत अहाता में स्थापित गौआश्रय स्थल में गांव वालों ने अपने पालतू पशु लगभग 200 रख दिए थे।
जबकि इस गौआश्रय स्थल का निर्माण आवारा पशुओं हेतु, उत्तर प्रदेश सरकार ने किया था।
जिसमें आवारा पशुओं की संख्या 80 होने के साथ-साथ पशुओं के लिए चारा पानी की भी बड़ी दिक्कत उत्पन्न हो चुकी थी।
गांव वालों द्वारा अपने पालतू पशु रखने के कारण आपस में झगड़ा करने की शिकायत मिलने के बाद उपजिलाधिकारी रामजीत मौर्या कैसरगंज मौके पर पहुंचे।
तथा इकट्ठा हुए सभी गांवों वालों को समझते हुए कहा कि गौआश्रय स्थल का निर्माण आवारा पशुओं के लिए किया गया है।
लेकिन आप लोगों के द्वारा जो पालतू पशु यहां पर रखे गये है। वह पूर्णतया गलत है। अतः आप लोग अपने पालतू पशु अपने घर पर ही रखें। इस बात से सभी गांव वाले सहमत हो गए। लोगो को अवगत कराते हुए श्रीमान उप जिलाधिकारी महोदय ने कहा कि आगे बरसात का मौसम है। इसी को देखते हुए गौआश्रय स्थल में पीपल, पाकड़ बरगद, आदि के लगभग 30 पेड़ लगाए जाएंगे, जिससे भविष्य में गौआश्रय स्थल में छायादार पेड़ हो सके।
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