बहराइच 04 मार्च। सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार के दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के माध्यम से जिला चिकित्सालय परिसर स्थित अचल प्रशिक्षण केन्द्र में स्थापित किये गये जिला दिव्यांग पुनर्वास केन्द्र (डी.डी.आर.सी) का मुख्य अतिथि प्रदेश की राज्यमंत्री (स्वतन्त्र प्रभार) बेसिक शिक्षा, बाल विकास एवं पुष्टाहार, राजस्व एवं वित्त (एमओएस) श्रीमती अनुपमा जायसवाल ने फीता काटकर तथा माॅ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारम्भ किया। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अरविन्द चैहान, नगर मजिस्ट्रेट जय प्रकाश, उप जिलाधिकारी सदर बहराइच कीर्ति प्रकाश भारती, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. ए.के. पाण्डेय, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. डी.के. सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी एस.के. तिवारी, ब्लड बैंक प्रभारी डा. हीरालाल, जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी/जिला दिव्यांग पुनर्वास केन्द्र अधिकारी ए.के. गौतम व अन्य अधिकारी, बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री श्रीमती अनुपमा जायसवाल के प्रतिनिधि शिवम जायसवाल, बेगम हस्तशिल्प सेवा संस्थान के पदाधिकारी व सदस्य सहित अन्य सम्बन्धित लोग मौजूद रहे।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए श्रीमती जायसवाल ने कहा कि जिले के दिव्यांगजनों के लिए महाशिवरात्रि के दिन एक बहुत ही शुभ कार्य का श्रीगणेश हुआ है। उन्होंने कहा कि दिव्यांग पुनर्वास केन्द्र की स्थापना से जनपद के दिव्यांगजनों को एक ही छत के नीचे वह तमाम सुविधाएं मुहैया होंगी जिसके लिए उन्हें ईधर-उधर भाग दौड़ करनी पड़ती थी। खासकर मानसिक मंदित बच्चों को तो दिव्यांगता प्रमाण-पत्र के लिए प्रदेश की राजधानी का सफर तय करना पड़ता था। पुनर्वास केन्द्र के माध्यम से ऐसे लोगों के मेडिकल टेस्ट की सुविधा एवं प्रमाण-पत्र जारी करने का कार्य इसी केन्द्र के माध्यम से किया जायेगा।
श्रीमती जायसवाल ने कहा कि दिव्यांग पुनर्वास केन्द्र के माध्यम से दिव्यांगता प्रमाण-पत्र निर्गत करने, कृत्रिम अंग/सहायक उपकरण वितरण एवं पोलियो करेक्टिव सर्जरी शिविर के आयोजन में सहयोग प्रदान करने के साथ-साथ दिव्यांगजनों के शिक्षा एवं कौशल विकास में सहायता तथा कृत्रिम हाथ, पैर लगवाने की व्यवस्था भी इस केन्द्र के माध्यम से उपलब्ध करायी जायेगी। उन्होंने बताया कि यह केन्द्र जनपद के दिव्यांगजन के विषय में सर्वे के माध्यम से दिव्यांगता की पहचान एवं उपचारात्मक सेवाएं प्रदान करने में भी दिव्यांगजनों को हर संभव मदद पहुॅचायेगा। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का दिल गरीबों एवं दिव्यांगों के लिए धड़कता है, उन्हें यह भी मंज़ूर नहीं था इन्हें कोई विकलांग के नाम से जाने, इसके लिए उन्होंने निःशक्जनों के लिए दिव्यांग शब्द का उपयोग किया।
मुख्य विकास अधिकारी अरविन्द चैहान व मुख्य चिकित्साधिकारी डा. ए.के. पाण्डेय ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि शासन की मंशानुरूप दिव्यांग पुनर्वास केन्द्र को संचालित कराने का हर संभव प्रयास किया जायेगा तथा जनपद के दिव्यांगजनों को सभी अनुमन्य सुविधाएं उच्चगुणवत्ता व समयबद्धता के साथ मुहैया करायी जायेंगी। कार्यक्रम के अन्त में जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी ए.के. गौतम ने आभार व्यक्त किया।
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