बहराइच 05 फरवरी। राष्ट्रीय कृषि विकास योजनान्तर्गत कृषि विज्ञान केन्द्र, परिसर बहराइच में बूंद-बूंद एवं बौछारी सिंचाई की स्थापना विषय पर आयोजित एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में जनपद के विभिन्न विकास खण्डों के 50 से अधिक कृषकों द्वारा प्रतिभाग किया गया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि उप कृषि निदेशक डा. आर.के. सिंह ने मौजूद कृषकों को सूक्ष्म कृषि सिंचाई प्रणाली की स्थापना एवं उसके महत्व से अवगत कराते हुए कहा कि बूंद-बूंद एवं बौछारी सिंचाई वक्त की ज़रूरत है। विशिष्ट अतिथि जिला उद्यान अधिकारी पारस नाथ ने उद्यान विभाग द्वारा संचालित ड्रिप एवं स्प्रिंकिल सिंचाई योजनान्तर्गत विभाग द्वारा प्रदान किये जाने वाले अनुदान के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करते हुए कहा कि बूंद-बूंद एवं बौछारी सिंचाई के माध्यम से किसान भूगर्भ जल संसाधन के समुचित उपयोग कर कम लागत पर अच्छी पैदावार प्राप्त कर सकते हैं।
कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डा. एस.के. वर्मा ने कृषकों का आहवान किया कि खेती की लागत को घटाने एवं गिरते हुए भूगर्भ जल स्तर को रोकने के लिए ड्रिप एवं स्प्रिंकिल सिंचाई का बेहतर उपयोग शाकभाजी एवं बागवानी की फसलों में करके अव्छी उपज प्राप्त कर सकते हैं। वरिष्ठ वैज्ञानिक उद्यान डा. वी.पी. सिंह ने विभिन्न फसलों में बूंद-बूंद एवं बौछारी सिंचाई के उपयोग की व्यावहारिक जानकारी कृषकों को प्रदान की। सस्य वैज्ञानिक डा. शैलेन्द्र सिंह ने सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली के साथ कृषकों को रबी की फसलों पर सम-सामयिक जानकारी प्रदान की। कृषि वैज्ञानिक डा. रोहित पाण्डेय एवं डा. उमेश बाबू द्वारा कृषकों को ड्रिप एवं स्प्रिंकलर सिंचाई के बारे में व्यापक जानकारी प्रदान की गयी। प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान उद्यान विभाग के योजना प्रभारी आर.के. वर्मा ने सरकार द्वारा उद्यान विभाग के माध्यम से संचालित विभिन्न योजनाओं की विस्तृत जानकारी प्रदान करते हुए कृषकों का आहवान्ह किया कि योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ प्राप्त करें। प्रशिक्षण कार्यक्रम के सफल आयोजन में संजय पाण्डेय द्वारा सक्रिय सहयोग प्रदान किया गया।
व्हाट्सएप पर शेयर करें
No Comments






