बहराइच 04 फरवरी। माध्यमिक शिक्षा परिषद की वर्ष 2019 की हाईस्कूल/इण्टरमीडिएट परीक्षा को शुचितापूर्ण वातावरण में नकलविहीन एवं शान्तिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराये जाने के उद्देश्य से कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करती हुईं जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव ने सभी केन्द्र व्यवस्थापकों को निर्देश दिया कि जिले के प्रत्येक परीक्षा केन्द्र पर परीक्षार्थियों के बैठने, पार्किंग, पेयजल, प्रकाश, शौचालय इत्यादि का माकूल बन्दोबस्त सुनिश्चित कराएं।
जिलाधिकारी ने कहा कि मुख्यमंत्री नकलविहीन बोर्ड परीक्षा सम्पन्न कराये जाने के प्रति कटिबद्ध हैं। उन्होंने ने बैठक में मौजूद सभी सम्बन्धित अधिकारियों एवं केन्द्र व्यवस्थापकों को स्पष्ट रूप से बता दिया कि शासन के निर्देशानुसार सम्पूर्ण जनपद में नकलविहीन बोर्ड परीक्षा सम्पन्न कराये जाने के लिए जिला प्रशासन प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि बोर्ड परीक्षा की शुचिता को प्रभावित करने के उद्देश्य से किये गये किसी भी कृत को अत्यन्त गम्भीर से लेते हुए दोषी व्यक्ति के विरूद्ध नियमानुसार कठोर से कठोर कार्यवाही की जायेगी।
जिलाधिकारी ने कहा कि बोर्ड परीक्षा के दौरान यदि किसी केन्द्र के विरूद्ध कोई शिकायत प्राप्त होती है तो सम्बन्धित के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही के साथ परीक्षा केन्द्र को निरस्त करने की कार्यवाही भी की जायेगी। उन्होंने सभी केन्द्र व्यवस्थापकों को निर्देश दिया कि प्रश्न-पत्र खोलने की कार्यवाही को पूरी सावधानी के साथ किया जाय। प्रश्न पत्र खोलने तथा उत्तर पुस्तिकाओं को सील करने की कार्यवाही की वीडियोग्राफी की जाय। उन्होंने कहा कि परीक्षा केन्द्र के अन्दर किसी को भी मोबाइल, लैपटाप सहित किसी प्रकार के इलेक्ट्रानिक्स डिवायस ले जाने की अनुमति कदापि न दी जाय।
परीक्षा केन्द्रों के औचक निरीक्षण के दौरान वायस रिकार्डर युक्त सी.सी.टी.वी. कैमरा के प्रभावी रूप से कार्य करने/संचालित होने की जाॅच अवश्य की जाय। सभी केन्द्र व्यवस्थापक/वाह्य केन्द्र व्यवस्थापक पूरी परीक्षा अवधि की वायस रिकार्डर युक्त सीसीटीवी फुटेज/रिकार्डिंग सुरक्षित रखेंगे और निरीक्षण अधिकारी को परीक्षा अवधि में अवगत करायेंगे। उन्होंने बताया कि सीसीटीवी फुटेज/रिकार्डिंग का परीक्षण किसी भी समय शासन एवं शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों द्वारा किसी भी समय किया जा सकता है।
परीक्षा केन्द्र पर नियुक्त कक्ष निरीक्षक, पहचान पत्र सहित आधार कार्ड के साथ कक्ष निरीक्षक का कार्य करेंगे। किसी भी दशा में विषय से सम्बन्धित अध्यापक अपने विषय से सम्बन्धित परीक्षाओं में कक्ष निरीक्षक का कार्य नहीं करेंगे। किसी भी परीक्षा केन्द्र से सामूहिक नकल की सूचना प्राप्त होने पर अथवा सन्देह होने पर उत्तर प्रदेश सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों का निवारण) अधिनियम-1998 के अन्तर्गत प्रभावी कार्यवाही की जायेगी साथ ही इस विषय को परिषद के संज्ञान में लाते हुए प्रश्न पत्र बदले जाने, उस दिन या उस पाली की परीक्षा निरस्त करके पुनः परीक्षा उस केन्द्र के इतर स्थान पर करये जाने की संस्तुति की जायेगी।
पुलिस अधीक्षक डा. गौरव ग्रोवर ने कहा कि जनपद में परीक्षा की शुचिता को प्रभावित करने वाले व्यक्तियों पर मुकदमा दर्ज कर कठोर कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने सभी केन्द्र व्यवस्थापकों को से अपेक्षा की जनपद में नकलविहीन परीक्षा सम्पन्न कराये इस कार्य में पुलिस प्रशासन की ओर से हर संभव सहयोग प्रदान किया जायेगा और सभी केन्द्रों आवश्यकतानुसार पुलिस बल तैनात किया जायेगा। उन्होंने सभी केन्द्र व्यवस्थापकों को सुझाव दिया कि जो भी कार्यवाही करें निष्पक्ष रहते हुए पूरी पारदर्शिता के साथ करें। कोई ऐसा कार्य कदापि न करें जिससे आपकी मंशा पर कोई ऊंगली न उठा सके।
बैठक का संचालन जिला विद्यालय निरीक्षक राजेन्द्र कुमार पाण्डेय ने किया। इस अवसर पर अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण रवीन्द्र सिंह, नगर मजिस्टेªट प्रदीप कुमार यादव, उप जिलाधिकारी सदर ज़ुबेर बेग, पयागपुर के डा. संतोष उपाध्याय, महसी के सिद्धार्थ यादव, मोतीपुर के कीर्ति प्रकाश भारती सहित अन्य अधिकारी तथा केन्द्र व्यवस्थापकगण मौजूद रहे।
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