महराजगंज। उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा विभाग में हुई 72 और 16 हजार शिक्षकों की भर्ती में लगातार फर्जीवाड़े सामने आ रहे हैं. लगातार शिकायतों के बाद जांच करने पर आरोपों की पुष्टि हो रही है और बर्खास्तगी की कार्रवाई जारी है. हाल ही में निचलौल, सिसवा व बृजमनगंज जिले में तीन शिक्षकों को नौकरी से निकाला गया. नौकरी कर रहे तीन शिक्षकों को खराब रिकॉर्ड के आधार पर बर्खास्त किया गया. इस कार्रवाई से शिक्षा विभाग में हड़कंप मचा हुआ है.
*जिन तीन शिक्षकों को निकाला उनमें निचलौल के सुनील कुमार, बृजमनगंज के प्रधानाध्यापक अखिलेश तिवारी और सिसवा की सहायक अध्यापिका प्रियंका सिंह शामिल हैं. ये तीनों फर्जी TET मार्कशीट पर नौकरी कर रहे थे. सुनील कुमार निचलौल क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय द्वितीय में सहायक अध्यापक थे. उन्हें फर्जी टीईटी के अलावा के चलते भी निकाला गया. अखिलेश तिवारी बृजमनगंज के प्राथमिक विद्यालय में बतौर प्रधानाध्यापक काम कर रहे थे. उनका भी टीईटी सर्टिफिकेट 2011 फर्जी निकला. सिसवा के प्राथमिक विद्यालय सबया दक्षिण टोला में प्रियंका सिंह अध्यापिका थी. इनका भी टीईटी 2013 का सर्टिफिकेट जांच में फर्जी निकला*.
*तीनों शिक्षक बर्खास्त*
बर्खास्त किए गए तीनों शिक्षकों की सेवा समाप्त कर दी गई है. उनके खिलाफ केस दर्ज करने के लिए बीएसए ने एसपी को पत्र भेजा है. इन तीनों की बर्खास्तगी से डीएम व अन्य विभागीय उच्चाधिकारियों को भी अवगत करा दिया गया है. शिक्षकों को बर्खास्त करने वाले बीएसए जगदीश शुक्ल को Fake record के आधार पर भर्ती प्रक्रिया में चुने इन शिक्षकों के खिलाफ शिकायत मिली थी. जांच-पड़ताल के बाद सेवा समाप्त की गई है.
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