गोरखपुर। तकरीबन 600 शाखाओं वाला पूर्वांचल बैंक जल्द ही बड़ौदा यूपी ग्रामीण बैंक का हिस्सा हो जाएगा। वित्त मंत्रालय ने बड़ौदा यूपी ग्रामीण बैंक में पूर्वांचल बैंक और काशी गोमती सम्युत ग्रामीण बैंक के विलय को मंजूरी दे दी है।
पूर्वांचल बैंक के अध्यक्ष एके सिन्हा ने शनिवार को तारामंडल स्थित प्रधान कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में बताया कि विलय के बाद पूर्वांचल बैंक के खाताधारकों को किसी तरह की दिक्कत नहीं होगी। तकनीकी समस्याओं को प्रबंधन स्तर पर हल कर लिया जाएगा। इस दौरान पूर्वांचल बैंक के जीएम वीपी त्रिपाठी, विभास श्रीवास्तव और अशोक मिश्रा मौजूद रहे।
17 हजार करोड़ हुआ पूर्वांचल बैंक का कारोबार
एके सिन्हा ने पूर्वांचल बैंक का वित्तीय वर्ष 2018-19 का लेखाजोखा भी जारी किया। बताया कि पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में इस वर्ष बैंक का कारोबार 1217 करोड़ रुपये बढ़कर 17 हजार करोड़ रुपये हो गया। बैंक ने यह उपलब्धि अपने सभी कर्मियों को पेंशन, एरियर आदि भुगतान करने के बाद हासिल की। 8.62 लाख नए खाताधारकों को बैंक से जोड़ा गया। बैंक के एनपीए में भी काफी सुधार हुआ है। बेहतर काम की वजह से बैंक को एमएसएमई, अटल पेंशन योजना, दुर्घटना बीमा आदि के मामले में पुरस्कार भी हासिल हुआ।
देश का सबसे बड़ा ग्रामीण बैंक होगा
विलय के बाद पूर्वांचल बैंक और काशी गोमती सम्युत ग्रामीण बैंक का प्रबंधन बैंक ऑफ बड़ौदा के पास चला जाएगा। करीब 60 हजार करोड़ की क्षमता वाले इस बैंक में कुल 2100 शाखाएं होंगी और यह प्रदेश के 33 जिलाें में कार्यरत होगा। यह देश के ग्रामीण बैंकाें में सबसे बड़ा बैंक होगा। जल्द ही इस बैंक को नया नाम दे दिया जाएगा।
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