उत्तर प्रदेश /फतेहपुर फतेहपुर एस.पी.ने पी.आर.डी.जवानों को शासनादेश के बावजूद भी ड्यूटी मे डीओ फतेहपुर द्वारा नही लगाया गया। हलांकि डीओ महोदय द्वारा लगातार एस.पी. व शासन द्वारा लिखा पढी का कार्य बराबर जारी रखा गया है। पी.आर.डी.जवानों का कहना है कि हमारी सबसे पुरानी संस्था है फिर भी हमे काम के लिए आज भी भटकना पडता है। एस.पी.फतेहपुर महोदय का कहना है कि हमारे पास अभी जरूरत नहीं है। जबकि शासन से अनिवार्य ड्यूटी लगाई जाने का आदेश जवानों को मिला हुआ है। जवानों के परिजनों मे असंतोष व्याप्त है। आज जवानों को नौकरी पे न लेने के कारण जवान अपनी जान तक गवाने को तैयार है। ऐसे मे पी.आर.डी के जवानों और उनके परिजनों का क्या होगा जो इतने अर्से से पापी पेट के लिए संघर्ष शील है। यह देश की विडंबना है कि जब हिन्दुस्तान का सिपाही अपने कर्तव्यों से विमुख रहेगा तो अधिकारों का अधिकारी कैसे हो सकता है। आचरण युक्त सभ्यता के साथ भ्रष्टाचार मुक्त संस्कार युक्त कर्तब्य परायणता का होना जीवन मे अनिवार्य है। अगर इन जवानों को नौकरी पे नही लिया गया तो क्या होगा इनके जीवन का जिनका उपयोग सिर्फ एलेक्शन पीरियड ये ही किया जाता है। जिसमे समय से पैसा भी नही मिलता है। ये पीडा है पी.आर.डी. जवानो की, जबकि लगभग अर्धशतक पी.आर.डी. जवान गैर थानो मे थाना बिहीन लगाये जा चुके है। आज जहाँ दस्तक देते है वही से भगा दिया जाता है। फिर ये जवान कहाँ किससे अपनी गुहार लगायेंगे। अभी तक आशा की किरण इन्हे नही मिली है
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