सीट शेयरिंग को लेकर दिल्ली में बिहार के महागठबंधन के नेताओं की बैठक का कोई नतीजा नहीं निकला. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कांग्रेस को 11 सीटों पर मनाने की कोशिश जारी है. वहीं पूर्व मुख्यमंत्री और हम पार्टी के मुखिया जीतन राम मांझी और मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी को एक-एक सीट की पेशकश की गई. इसके अलावा महागठबंधन में शामिल होने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री और आरएलएसपी अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा को चार सीटें देने की बात हैं. लेफ्ट को साथ लाने के लिए भी सीटें छोड़ी जानी हैं. उधर मीटिंग खत्म होने के बाद राष्ट्रीय जनता दल के नेता और बिहार के पूर्व उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने दावा किया कि सीटों के बंटवारे को लेकर हमारे बीच कोई भ्रम नहीं है. तेजस्वी यादव ने कहा,'' महागठबंधन के सभी नेताओं ने आज यहां बैठक की और हमने सीट बंटवारे पर चर्चा की. हमारे बीच कोई भ्रम नहीं है, सब स्पष्ट है.'' उन्होंने कहा कि जहां तक सीटों के तालमेल का मामला है हम ये सब तय कर चुके हैं कि किसे कहां से लड़ना है. हम जल्द इसका एलान करेंगे. सूत्रों के मुताबिक बिहार में आरजेडी 19 से 20 सीटें चाहती है. दिल्ली में ये बैठक कांग्रेस संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल के घर पर हुई. इसमें तेजस्वी यादव, जीतन राम मांझी, मुकेश सहनी, अखिलेश सिंह और उपेंद्र कुशवाहा सहित अन्य नेता मौजूद थे. गौरतलब है कि बिहार में महागठबंधन में आरजेडी और कांग्रेस के अलावा हम, आरएलएसपी, वीआईपी और एलजेडी शामिल हैं. दिल्ली जाने से पहले मांझी ने एक बार फिर दोहराया था कि उन्हें आरजेडी और कांग्रेस के बाद बाकी के घटक दलों से एक सीट ज्यादा चाहिए.
व्हाट्सएप पर शेयर करें
No Comments






