योगी सरकार की लाख कोशिशो के बावजूद सार्वजनिक स्थानो की छोड़िऐ, तहसील जैसे सरकारी संस्थानो के महत्वपूर्ण बंदीगृह के निर्माण मे ठेकेदार की ओर से घटिया निर्माण कर खेल किया जा रहा है। ग्रामीणो की शिकायत के बाद प्रशासन ने तत्काल मौके पर जांच करने मे सही शिकायत मिलने पर कड़ी नाराजगी जताते हुए निर्माण रोकवा दिया।
जमुनहा तहसील के निर्माणधीन भवन मे पेशी के लिए लाये जाने वालो को रखने के लिए बंदीगृह का निर्माण ठेकेदार की ओर से कराया जा रहा है। बुधवार को ग्रामीणो ने उपजिलाधिकारी जमुनहा राजकुमार से निर्माणाधीन बंदीगृह मे घटिया सामग्री से कार्य करने की शिकायत की। जिसपर एसडीएम ने तहसीलदार जमुनहा नारायण सिंह को जांच के लिए भेजा। श्री सिंह ने मौके पर पहुंचकर जब घटिया व रद्दी किस्म की ईट व नदी की रेत को देखा, तो उन्होने ठेकेदार को कड़ी फटकार लगाते हुए तत्काल निर्माण कार्य रोकवा कर घटिया चीजो को एसडीएम के पास जांच के लिए भेज दिया। यह हालत तब है, जब इसी सप्ताह पिछड़ा वर्ग के प्रमुख सचिव ने निर्माणाधीन तहसील के निरिक्षण मे बिना ग्रेड के सीमेण्ट व मानक के विपरीत ईट से किये जाने पर जमकर फटकार लगाई थी। लेकिन ठेकेदारो के हौसले बुलंद होने के चलते जांच वाली स्थान के बगल मे ही बन रहे बंदीगृह मे फिर वही खेल चालू कर दिया गया। मजेदार बात यह है कि, इसी तहसील परिसर के थोड़ी करीब ही अस्थाई तहसील मे सारे जिम्मेदार प्रशासनिक अधिकारियो की बैठक करने के साथ आवागमन भी होता रहता है। इसके बावजूद भी सम्बंधित ठेकेदार की ओर से घटिया निर्माण कराना लोगो को आश्चर्य कर रहा है।
एसडीएम राजकुमार ने बताया कि गुणवत्ता विहीन निर्माण कार्य रोकवा कर इसकी रिपोर्ट ऊपर भेजी जा रही है।
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