नोएडा के सेक्टर 58 में जुमे की नमाज को लेकर पुलिस ने कंपनियों को नोटिस जारी किया है कि अब वहां पर बगैर इजाजत के नमाज नहीं पढ़ी जा सकेगी जिस पर विवाद खड़ा होता दिखाई दे रहा है. इस मामले में ईदगाह के इमाम मैलाना खालिद रशीद फिरंगी महली कहतें हैं कि प्रशासन का ये फैसला अफसोसनाक और उसे अपने फैसले पर दोबारा प्रशासन को सोचे जाने की जरूरत है. इसी कड़ी में शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिज़वी ने भी अपना बयान जारी करते हुए कहा है कि नमाज का मुद्दा बहुत इंपॉर्टेंट है और बगैर किसी की इजाजत लिए किसी भी सरकारी जगह पर या किसी ग़ैर की जगह पर नमाज पढ़ना सही नहीं है.वरिष्ठ वकील और ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सचिव जफरयाब जिलानी कहतें हैं कि बोर्ड इसपर कोई कमेंट नहीं कर रहा है, लेकिन ये शरियत का हुक्म है कि हम बिना किसी दूसरे की जगह पर बिना उसकी इजाजत के नमाज नहीं पढ़ सकते. वहीं बाबरी मस्जिद के मुद्दई इकबाल अंसारी, मुस्लिम लीग के नेता मतीन खान और शिया धर्मगुरू मौलाना सैफ अब्बास ने सभी ने इस पर नाराजगी जताई है.बता दे कि नोएडा पुलिस ने यहां स्थित कई कंपनियों को नोटिस भेजकर निर्देश दिया है कि उनके कर्मचारी किसी सार्वजनिक स्थल या पार्क में नमाज न पढ़ें. इसके लिए अनुमति लेनी आवश्यक है. सिटी मजिस्ट्रेट की तरफ से ऐसी कोई अनुमति नहीं दी गई है. पुलिस द्वारा जारी नोटिस में कहा गया है कि प्रशाासन सेक्टर-58 अथॉरिटी पार्क में शुक्रवार को नमाज समेत किसी भी धार्मिक गतिविधि करने की इजाजत नहीं देता है. देखा जा रहा है कि आपकी कंपनी के कर्मचारी पार्क में नमाज पढ़ते हैं
व्हाट्सएप पर शेयर करें
No Comments






