समाजवादी पार्टी के नेता और उत्तर प्रदेश सरकार के काबीना मंत्री रहे मोहम्मद आजम खान ने हालिया विधानसभा चुनाव नतीजों को भारतीय जनता पार्टी की बड़ी हार बताया है. उन्होंने कहा कि खास करके छत्तीसगढ़ में जिसके बारे में विरोधी भी कहते थे कि बीजेपी नहीं हार सकती. जनता ने जो नतीजे दिए हैं वह साबित करते हैं कि देश में धर्मनिरपेक्षता अभी जिंदा है. महागठबंधन आने वाले 2019 लोकसभा में बीजेपी को नेस्तनाबूद कर सकता है, बशर्ते सबकी मंशा एक हो. मेरठ पहुंचे आजम खान ने एक कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से रूबरू होकर यह बातें कहीं.आजम खान ने कहा कि बीजेपीका सबसे बड़ा नुकसान छत्तीसगढ़ में हुआ है जहां विरोधी भी उसे सबसे ज्यादा मजबूत मानते थे. कोई भी हारा जीता हो, यह किसी दल की हार-जीत नहीं, यह एक विचारधारा की हार है. बीजेपी ने जिन एजेंडों पर चुनाव लड़ा, वह सारे नाकाम हो गए. आजम खान ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने नौजवानों को जो लिंचिंग के माध्यम से सीख दी थी, उसका अब हिंदू समाज को ज्यादा नुकसान हो रहा है. वहीं पकड़े जा रहे हैं, वही पीटे जा रहे हैं, वही मारे जा रहे हैं और वही जेल जा रहे हैं. आजम का इशारा बुलंदशहर में गौकशी के बाद हुई हालिया हिंसा और इंस्पैक्टर की हत्या की ओर था.आजम खान ने कहा कि देश में जब भी कोई गठबंधन हो, सभी सेकुलर पार्टियों और सेकुलर लोगों को उसमें शामिल रखा जाए. खास करके मुसलमानों की नुमाइंदगी होनी चाहिए और अच्छे किस्म के लोग इस नुमाइंदगी का झंडा उठाए. पिछले दिनों दिल्ली में गठबंधन को लेकर बुलाई गई मीटिंग की खामी बताते हुए आजम ने कहा कि इस मीटिंग में कई ऐसे दल छोड़ दिए गए जिनका शरीक होना जरूरी था. आजम ने यह भी कहा कि जो दल इस मीटिंग में शामिल थे उनका अगर यह सोचना है कि यूपी, बिहार बंगाल और असम को किनारे करके बीजेपी को हराया जा सकता है, तो यह मुमकिन नहीं है. इन राज्यों का राजनीतिक वर्चस्व बहाल रहना चाहिए. सेकुलर पार्टियां ऐसे लोगों को टिकट भी न दे जो चापलूसी, चोरी, बेईमानी और गलत किस्म के धंधे में लिप्त हो.राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के मुद्दे पर आजम ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री ने ताजमहल को भी शिवमंदिर बताया था. हमने तो उनसे यह भी कहा था कि ताजमहल गिराने चलेंगे. साथ में दस-पांच हजार ऐसे मुसलमानों को भी ले चलेंगे जो देखने से मुसलमान लगें. बड़ा बल दिया हमने उनकी बात को, लेकिन वह तो ताजमहल पर झाड़ू देने पहुंच गए. पिछले दिनों राम मंदिर को लेकर जब धर्म संसद की बात हुई तो मैंने संतों से कहा कि भरोसा दिलाइये राममंदिर बनायेंगे और चलिये अयोध्या. मगर जब दिल्ली के रामलीला मैदान में ही राममंदिर बनाना है तो बात ही खत्म हो गई. आप कूच करिये अयोध्या के लिए, मैं हरी झंडी दिखाने चलूंगा.
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