रिश्तेदार के घर भोज में शामिल होने जौनपुर जिले के डिहियां गांव में आए सुल्तानपुर जिले के एक हिस्ट्रीशीटर समेत दो लोगों की रविवार की रात सोते समय गोली मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने रिश्तेदार समेत छह लोगों को हिरासत में लिया है। मृतक की पत्नी उर्मिला की तहरीर पर गोविंद पाल निवासी मुमहा मऊ, थाना कादीपुर, जिला सुल्तानपुर और एक अज्ञात के खिलाफ खुटहन पुलिस ने केस दर्ज किया है। एडीजी वाराणसी जोन विजय सिंह मीणा ने भी मौके का जायजा लिया। डिहिया गांव के श्रीपाल पाल के घर रविवार की शाम गाजी मियां की पूजा को लेकर कनूरी उत्सव मनाया जा रहा था। कार्यक्रम में श्रीपाल की बेटी अंशू के चचेरे ससुर सुल्तानपुर जिले के कादीपुर थाना क्षेत्र के लौहारे गांव निवासी रामकरन पाल (41) अपने मित्र अंबेडकरनगर के राजे सुल्तानपुर थाना क्षेत्र के बनकट बुजुर्ग गांव निवासी दिलीप सिंह (38) के साथ आए थे। रात में खाने के बाद रामकरन, दिलीप सिंह और श्रीपाल के दूसरे रिश्तेदार नन्हे पाल घर के बरामदे में सो रहे थे। रात 12 बजे तीन नकाबपोश बदमाश एक बाइक से पहुंचे। एक बदमाश कुछ दूरी पर बाइक चालू करके खड़ा था जबकि दो बरामदे में पहुंचे और रामकरन व दिलीप के सिर में गोली मार दी। सीओ शाहगंज अजय श्रीवास्तव के मुताबिक रामकरन कादीपुर थाने का हिस्ट्रीशीटर था। उस पर हत्या समेत कई मामले दर्ज हैं। जबकि दिलीप सिंह का कोई आपराधिक इतिहास नहीं है। हत्या किसने और क्यों की यह अभी स्पष्ट नहीं है। डिहिया गांव में गोली से हुई हत्या के शिकार हुए अंबेडकरनगर जिले के निवासी दिलीप सिंह और सुल्तानपुर कादीपुर के रामकरन पाल की दोस्ती कोलकाता में हुई थी। दिलीप सिंह की जान दोस्ती निभाने में चली गई। दोनों कोलकाता में एक जूट कंपनी में नौकरी करते थे। रामकरन यह नौकरी रास नहीं आई और वह कुछ महीने में ही काम छोड़कर घर चला आया। घर आकर उसका नाता अपराध जगत से जुड़ गया। उसके खिलाफ थाने में हत्या, लूट, जान से मारने का प्रयास, रंगदारी मांगने के आरोप में कुल 15 मुकदमें दर्ज हैं। रामकरन और दिलीप दूर दूर भले थे लेकिन दोनों में फोन से बातचीत होती रही। इधर मां के देहांत के बाद दिलीप भी नौकरी छोड़कर घर चला आया। रामकरन उससे मिलने शनिवार को उसके घर गया था। जहां से लखनऊ जाने के लिए दोनों कहकर एक साथ निकले थे और डिहिया गांव रिश्तेदार के घर आ गए थे। दोहरे हत्याकांड को लेकर पुलिस की कहानी उलझी हुई है। पुलिस ने मृतक हिस्ट्रीशीटर रामकरन की पत्नी उर्मिला की तहरीर पर एक नामजद के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार भी कर लिया है। पुलिस के मुताबिक तहरीर में कहा गया है कि गोविंद पाल और रामकरन के बीच एक मामले को लेकर काफी दिनों से विवाद चल रहा है। गोविंद ने रामकरन को कई बार जान से मारने की धमकी दी थी। रात में करीब 12 बजे जब पुलिस को हत्या की जानकारी हुई तभी पुलिस ने घटना की जानकारी मृतक के परिजनों को दी और रात में ही उर्मिला ने पुलिस को तहरीर दे दी थी। पुलिस ने भोर में करीब छह बजे ही सराममोहिद्दीनपुर बाजार के पास घेराबंदी कर एक ट्रक से हत्यारोपी गोविंद को हिरासत में लिया। जिस ट्रक से उसे गिरफ्तार किया है उसपर बालू लदा था उसे खुद गोविंद चला रहा था। पुलिस ने ट्रक को भी कब्जे में ले लिया है। हत्यारोपी को पुलिस ने जिस स्थान से गिरफ्तार किया है उसकी घटना स्थल से दूरी करीब 15 किलोमीटर है। उधर, घटना के चश्मदीदों का कहना है कि हत्या 12 बजे रात में हुई है। इस हिसाब से हत्यारोपी छह घंटे में सिर्फ 15 किलोमीटर की दूरी तय कर सका था?
लोगों का कहना है कि हत्यारे बाइक से थे और छह घटें में वे जिले की भी सीमा को पार कर सकते थे। पुलिस की यह कहानी लोगों के गले नहीं उतर रही है। हत्यारोपी को जिस ट्रक से गिरफ्तार किया गया है उसके साथ पांच अन्य ट्रकें भी चल रही थी। वे बिहार से बालू लादकर आ रहे थे। घटना स्थल पर पहुंचे आईजी वाराणसी जोन विजय सिंह मीणा का कहना है कि मृतक रामकरन की पत्नी की तहरीर पर केस दर्ज कर एक नामजद आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। लेकिन पांच अन्य लोगों को भी हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है।
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