आगरा। जनपद के बाह क्षेत्र में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है गांव बड़ौस में आठ वर्षीय बच्चे की बेरहमी से हत्या कर दी गई। वो रविवार से लापता था। सोमवार को मासूम का क्षत-विक्षत हालत में शव मिलने से सनसनी फैल गई। तालाब के पास उसके कटे हुए हाथ और पैर बाजरा के भूसे में दबे मिले। शव का शेष हिस्सा नहीं मिला। माना जा रहा है कि इसे जानवर खा गए। गांव के लोग घटना को तंत्र-मंत्र से जोड़कर देख रहे हैं। पुलिस जांच कर रही है। मासूम बच्चे का नाम किशन था। उसके पिता हरिओम दर्जी का काम करते हैं और पत्नी रामसिया के साथ दिल्ली में रहते हैं। किशन दादा-दादा वासुदेव और दादी सुखदेवी के साथ रहता था। गांव के ही स्कूल में तीसरी का छात्र किशन रविवार को लापता हो गया था। सोमवार की सुबह गांव की महिलाएं तालाब के पास कंडे पाथने गईं थी। गोबर में डालने के लिए जैसे ही उन्होंने बाजरे का भूसा उठाया तो उसमें किशन के कटे हुए हाथ, पैर दिखे। इससे महिलाओं की चीख निकल पड़ी। मौके पर लोग जमा हो गए। कपड़ों से पहचान होने की लोगों में जनाक्रोश फैल गया। सूचना पर एसपी पूर्वी नित्यानंद राय, डॉग स्क्वैड और फोरेंसिक टीम के साथ पहुंचे। साथ ही बाह सर्किल के सभी थानों की फोर्स भी बुला ली गई। पुलिस ने क्षत विक्षत अंगों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। परिजनों ने रंजिशन हत्या की आशंका जताई है। दादा वासुदेव ने बताया कि छह महीने पहले घर की मुंडेर को लेकर विवाद और मारपीट हुई थी। तब पुलिस ने दोनों पक्षों को शांतिभंग में पाबंद किया था। उसके बाद भी कई बार विवाद हुआ। इसी रंजिश में हत्या की आशंका उन्हें है। एसपी पूर्वी नित्यानन्द राय ने बताया कि हत्या के साथ ही जंगली जानवर द्वारा हमले की भी जांच की जा रही है। बाजरा के भूसे में जिस जगह पर मासूम के कटे हुए हाथ पैर मिले हैं। वहीं पर तालाब के किनारे पर मरघट भी है। मरघट के पास क्षत विक्षत अंगों के मिलने और सिर और धड़ गायब होने से लोगों में बलि दिए जाने की दबी जुबान आशंका बनी हुई है। लोग चर्चा करते मिले कि कहीं तंत्र-मंत्र के चक्कर में तो यह वारदात नहीं की गई। बासौनी पुलिस मासूम की कत्ल की वारदात को जंगली जानवर के हमले से जोड़कर देखने की कोशिश कर रही है। मौके से और मृतक के घर से निकलते ही खोजी कुत्ता उसी इलाके में पहुंचे, जहां गांव के कुत्तों का झुंड बैठा था। खोजी कुत्ता इस झुंड पर टूट भी पड़ा। बमुश्किल से संभाला गया। ग्रामीणों की सोच है कि जंगली जानवर नहीं मासूम के शव को कुत्तों ने नोंचा होगा। इसके पीछे लोग खोजी कुत्ते के संकेतों का तर्क भी देते नजर आए। मासूम की मौत पर दिल्ली से बडौस पहुंची उसकी मां घर के रास्ते पर गश खाकर गिर कर बेहोश हो गयी। पिता हरिओम ने बेटे के हत्यारों को सजा दिये जाने की पुलिस से मांग की। वहीं मासूम के साथ रहने वाली दादी सुख देवी बेसुध पड़ी हुई है। इलाज के बाद भी उनकी बेहोशी नहीं टूट सकी है। एसपी पूर्वी नित्यानंद राय का कहना है कि किशन के शव का पोस्टमार्टम मंगलवार को डॉक्टरों के पैनल से कराया जाएगा। इससे पता चलेगा कि उसके हाथ और पैर पर निशान जानवरों के काटे जाने के हैं या फिर धारधार हथियार के। इसी से जांच की दिशा तय होगी।
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