69 साल पहले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या के दोषी नाथूराम गोडसे को आज ही के दिन (15 नवंबर 1949) को फांसी दी गई थी. अखिल भारत हिंदू महासभा आज के दिन को बलिदान दिवस के रूप में मनाती है. हर साल की तरह इस बार भी 15 नवंबर को मेरठ के शारदा रोड स्थित कार्यालय पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस अवसर पर मेरठ का नाम गोडसे नगर रखने की मांग उठाई गई.हिंदू महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पंडित अशोक शर्मा ने मीडिया से बातचीत करते हुए नाथूराम गोडसे को एक महान विचारक और पत्रकार बताया. उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मेरठ का नाम गोडसे नगर करने की भी उठाई. साथ ही गाजियाबाद और हापुड़ जिले के नाम को भी बदलने की मांग की.कार्यक्रम की अध्यक्षता हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय महामंत्री मुन्ना कुमार शर्मा ने की. इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष योगेंद्र वर्मा, पुरुषोत्तम उपाध्याय, अभिषेक अग्रवाल, देशबंधु गुप्ता आदि मौजूद रहे.गौरतलब है कि गोडसे ने 30 जनवरी, 1948 को बिड़ला हाउस में दिनदहाड़े महात्मा गांधी की गोली मारकर हत्या कर दी थी. हिंदू महासभा गोडसे के मंदिर बनाने की भी कोशिश कर चूका है. यूपी के मेरठ में भी अखिल भारतीय हिंदू महासभा संगठन ने अपने ऑफिस में नाथूराम गोडसे की एक मूर्ति स्थापित की है जिसकी रोज़ पूजा भी की जाती है. संगठन के उपाध्यक्ष अशोक शर्मा के मुताबिक हम गोडसे और सावरकर के उपासक हैं, हम बस इतना चाहते हैं कि उनका नाम इज्जत से लिया जाए ऐसा न करने वालों को गांधी की तरह यथास्थान पर पहुंचाने का काम भी कर सकते हैं.दरअसल, हिंदू महासभा का मानना है कि गोडसे ने महात्मा गांधी की हत्या सिर्फ विभाजन में मारे गए 10 लाख हिन्दुओं की मौत का बदला लेने के लिए की थी. लिहाजा उनका नाम सम्मान के ह लिया जाना चाहिए.
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