गौर। थाना क्षेत्र के माझा मानपुर गांव के भुवालडीह पुरवे के एक ही परिवार की चार मासूम बच्चियों की मौत माह भीतर होने से गांव और स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में पहुंचकर परिवार व आसपास के लोगों का सैंपल लेकर जांच में जुट गई है। माझा मानपुर भुवालडीह पुरवा निवासी इंद्रतेज यादव की एक के बाद एक चार बच्चियों की मौत ने सबको झकझोर दिया है। घटना को लेकर परिवार व आसपास के लोगों का कहना है कि समय रहते अगर स्वास्थ्य विभाग ने ठोस कदम उठाया होता तो शायद आज बच्चियों की जान बच जाती। इंद्रतेज यादव की बच्चियों की मौत 27 सितंबर से शुरू हुआ। जिसमें पहली बच्ची अंतिमा (दो माह) की मुंह से झाग आने के बाद तत्काल उसकी मौत हो गई। जबकि सोनू (2) की मौत 30 सितंबर को हुई। तीसरी बेटी सोनम (3) की 19 अक्तूबर और साक्षी (5) की मौत एक नवंबर 18 की दोपहर हुई। साक्षी घर के सामने खेलते समय बेहोश होकर गिर पड़ी और जब तक परिवार के लोग उसे गौर सीएचसी ले जाते उसकी मौत हो गई। इस घटना से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा है। शुक्रवार को गौर सीएचसी अधीक्षक डॉक्टर आनंद मिश्र, स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी राम आसरे सरोज, बीएचडब्लू संतोष श्रीवास्तव, राकेश कुमार, रामयज्ञ यादव, अमित कुमार द्विवेदी सहित पूरी टीम गांव में पहुंचकर परिवार व आसपास के लोगों का खून का सैंपल, हैंडपंपों के पानी की जांच सहित कई अन्य बिंदुओं की जांच में जुट गई है। डॉ. आनंद कुमार मिश्र ने बताया कि बच्चियों की मौत के कारणों का पता लगाने के लिए विभाग की टीम जांच-पड़ताल कर रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही मौत का असली कारण पता चलेगा। प्रभारी निरीक्षक गौर रामसमुझ प्रभाकर ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के प्रार्थना पत्र पर साक्षी का पोस्टमार्टम कराया जा रहा
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