बहराइच 26 अक्टूबर। शिक्षा के क्षेत्र में पिछड़े आकांक्षात्मक जनपद बहराइच में शिक्षा की अलख जगाने के उद्देश्य से जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव द्वारा छेड़ी गई अभिनव मुहिम ’’विद्यादान’’ का हाल बयान करने के लिए कालजयी शायर मजरूह सुल्तानपुरी का सिर्फ एक ही शेर काफी है कि ‘‘हम तो तन्हा ही चले थे जानिबे मन्ज़िल मगर, लोग आते गये और कारवाॅ बनता गया’’। जिलाधिकारी द्वारा कुछ रोज़ पहले छेड़ी गयी मुहिम का आलम यह है कि शुक्रवार को जिलाधिकारी के अलावा लगभग 700 वालेन्टियर्स जिसमें अधिकारी, इण्टर कालेज़ों के प्रधानाचार्य व प्रवक्ता, डायट में प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले प्रशिक्षुओं द्वारा जनपद के अलग-अलग परिषदीय स्कूलों में जाकर बच्चों की क्लास ली गयी। जनपद के सरकारी स्कूलों मे पढ़ रहे बच्चों के अधिगम स्तर में गुणोत्तर वृद्धि व उनके सामाजिक और व्यवहारिक ज्ञान के दायरे को नए आयाम पर ले जाने के उद्देश्य से चलाये जा रहे विद्यादान अभियान के तहत जिलाधिकारी ने प्राथमिक विद्यालय अकबरपुरा में कक्षा 03, 04 व 05 के बच्चों को अंग्रेज़ी भाषा में शरीर के अंगों, फूलों के नाम के साथ-साथ भूमि में मौजूद तत्वों व उनमें पाये जाने वाले सूक्ष्म जीवों के बारे में जानकारी प्रदान की। सामाजिक समरसता के मद्देनज़र जिलाधिकारी ने बच्चों को करवाचैथ, दिपावली, चेहल्लुम, भईयादूज, बारा-वफात (ईद-मिलादुन्नबी) इत्यादि त्यौहारों के महत्व तथा महानचितंक, समाजसुधारक व देशभक्त महार्षि दयानन्द सरस्वती द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में दिये गये अमूल्य योगदान पर भी प्रकाश डाला। जबकि कक्षा 05 की छात्रा मोमिना व कक्षा 04 के छात्र दिव्यांश से कहानी सुनी। इस अवसर पर उन्होंने बच्चों से कहा कि समाचार-पत्र पढ़ने की आदत डालें इससे आपकों करेन्ट अफेयर्स के बारे में जानकारी प्राप्त होगी जो कि आगे चल कर आपके बहुत काम आयेगी। इसके उपरान्त जिलाधिकारी ने कक्षा 01 व 02 के छात्र-छात्राओं को अंग्रेज़ी भाषा में कबूतर, कौव्वा, मोर, तोता, मैना, गौरय्या आदि परिन्दों के नामों के बारे में जानकारी प्रदान की। विद्यालय के भ्रमण के दौरान जिलाधिकारी ने मिड-डे-मील की गुणवत्ता को परखने के लिए तैयार की गयी तहरी को चख कर देखा। उन्होंने विद्यालय में स्वेटर वितरण के सम्बन्ध में भी जानकारी प्राप्त करते हुए निर्देश दिया कि विद्यालय में फूल पौधों के बारे चार्ट लगवाया जाय साथ ही सप्ताह में एक बार बच्चों को नैतिक शिक्षा के अन्तर्गत देश के महापुरूषों के बारे में भी जानकारी दी जाय। स्कूल के विदा होते हुए डीएम ने बच्चों को स्केच पेन, पेन्सिल, ड्राईंगकापी, बिस्कुट का वितरण कर बच्चों से कहा कि नियमित रूप से स्कूल अवश्य आयें। इस अवसर पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी एस.के. तिवारी, स्वयंसेवी संस्था प्रामिल के प्रदीप सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
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