लखनऊ के लोकभवन में आयोजित वैज्ञानिक सम्मान समारोह में प्रदेश के वैज्ञानिकों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि हमारे जीवन को बदलने में विज्ञान की बहुत बड़ी भूमिका है। पहले अगर किसी को सरकार से सहायता चाहिए थी तो चेक से पैसे लेता था। उसे खाते में जमा करता था। ऐसे में समय से पैसे न मिलने की शिकायत होती थी पर अब डीबीटी के माध्यम से डिजिटल पेमेंट द्वारा धन सीधे लाभार्थियों के खाते में पहुंच रहा है। उन्होंने कहा कि देश को खाद्यान्न के मामले में आत्मनिर्भर बनाने में विज्ञान ने बड़ी भूमिका निभाई है। उन्होंने वैज्ञानिकों से ऐसी तकनीक विकसित करने का आह्वान किया जिससे आम लोगों के जीवन में बदलाव आए। योगी ने बताया कि इस कार्यक्रम को दो वर्ष पहले आयोजित होना था पर नहीं हो सका। ऐसे में आज उन वैज्ञानिकों, युवा वैज्ञानिकों और शिक्षकों का भी सम्मान हो रहा है जिन्हें 2014-15 और 2015-16 में सम्मानित किया जाना था। वर्ष 2014-15 के लिए इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ वेजीटेबल रिसर्च वाराणसी के बिजेंद्र सिंह व आईआईटी कानपुर के डॉ. शलभ को विज्ञान रत्न एवं लखनऊ विश्वविद्यालय के डॉ. उपेंद्र नाथ द्विवेदी को विज्ञान गौरव पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया जबकि 2015-16 के लिए एसजीपीजीआई लखनऊ के डॉ. निर्मल कुमार गुप्ता को विज्ञान गौरव व आईआईटीआर लखनऊ के डॉ. रजनीश कुमार चतुर्वेदी व केजीएमयू लखनऊ के डॉ. पूरन चंद्र को विज्ञान रत्न से सम्मानित किया गया।
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