उत्तर प्रदेश के उन्नाव में एक जवान के घर पहुंचने से पहले उसके शहीद होने का संदेश घर पहुंच गया. जैसे ही विजय के शहीद होने की सूचना परिजनों को मिली परिवार में कोहराम मच गया. बताया जा रहा है कि शहीद जवान विजय कुमार दीवाली के समय घर आने वाला था और जल्द ही उसे पिता बनने का सौभाग्य प्राप्त होने वाला था, उसकी पत्नी गर्भवती है. आपको बता दें की रविवार को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में आतंकियों की फायरिंग में शहीद हो गए.उन्नाव के बीघापुर थाना क्षेत्र के रावतपुर गांव में विजय कुमार नाम का जवान एसएसबी 42 बटालियन बहराइच में तैनात था. बताया जा रहा है कि जवान जम्मू कश्मीर के पुलवामा में चुनाव ड्यूटी के लिए पूरी बटालियन गई थी. शहीद विजय की पत्नी का कहना है की शाम 7 बजे विजय कुमार से बात हुई थी, जिसके बाद वो अपनी ड्यूटी के लिए चले गए. विजय की पत्नी का कहना है की रात में कमांडेंट का फ़ोन आया. उन्होंने बताया की विजय कुमार को गोली लगने से वो शहीद हो गए हैं. बताया जा रहा है कि जिस समय ये पूरा वाक्या हुआ था वो उस समय वह पहरा दे रहा था.शहीद विजय कुमार ने अकेले आतंकवादियों से मोर्चा लेते हुए शहीद हो गए हालांकि विजय कुमार ने अपनी जान देकर पूरी बटालियन को बचाया है. आपको बता दें की विजय कुमार की डेढ़ साल पहले शादी हुई थी और अगस्त में वह आखिरी बार घर आया था और शहीद विजय की पत्नी गर्भवती थी और जल्द ही दीवाली के समय वह घर आने वाला था. लेकिन होने को कुछ और ही मंजूर था? पिता बनने से पहले ही विजय शहीद हो गए.माता-पिता के अकेले बेटे विजय की शहादत की खबर सुनकर परिवार में गमों का पहाड़ टूट पड़ा. मां अपने बेटे को यादकर सिसक उठती तो वहीं पिता भी अपने आंसुओं के सैलाब को नहीं रोक सका. वहीं पत्नी पर तो गमों का पहाड़ टूट पड़ा है. परिवार में कोहराम मचा है तो पड़ोसी, दोस्त, नातेदार भी खबर सुनकर दौड़े चले आये. हांलाकि अभी ये नहीं पता चल सका है कि जवान का घर शव कब आएगा.
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