बहराइच 13 अक्टूबर। शासन द्वारा नामित नोडल अधिकारी सचिव, चिकित्सा शिक्षा उत्तर प्रदेश शासन श्री मुकेश मेश्राम ने शुक्रवार की देर रात कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक के दौरान आकांक्षात्मक जनपद के लिए निर्धारित प्रमुख बिन्दुओं स्वास्थ, शिक्षा, इन्फ्रास्ट्रक्चर, वित्तीय समावेशन, कृषि के साथ मुख्यमंत्री के प्राथमिकता बिन्दुओं की समीक्षा करते हुए कहा कि जनपद में स्वास्थ्य इन्डीकेटर में अच्छा कार्य हुआ है। उन्होंने इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की सराहना की। श्री मेश्राम ने स्वच्छता अभियान तथा शासकीय योजनाओं के सत्यापन के लिए जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव द्वारा संचालित किये जा रहे अभियान की भी मुक्तकंठ से सराहना की। नोडल अधिकारी ने कहा कि जनपद बहराइच तराई क्षेत्र में स्थित होने के कारण संक्रामक रोगों के लिए काफी संवेदनशील है। उन्होंने कहा कि हम अपने माहौल में स्वच्छता लाकर आधे से ज्यादा संक्रामक रोगों पर अंकुश लगा सकते हैं। जिससे सरकारी चिकित्सालयों में आने वाले मरीज़ों की संख्या में कमी आने से दूसरे बीमार लोगों का और प्रभावी ढंग से इलाज मुमकिन हो सकेगा। श्री मेश्राम ने जिले के अधिकारियों का आहवान्ह किया कि संक्रामक रोगों के प्रभावी नियंत्रण के लिए स्वच्छता विशेषकर ग्रामीण क्षेत्र की स्वच्छता पर विशेष ज़ोर दंे और अधिक से अधिक लोगों को स्वच्छता अपनाने के लिए प्रेरित भी करें। श्री मेश्राम ने नोडल अधिकारी को निर्देश दिया कि ग्राम के भ्रमण के दौरान सरकारी योजनाओं के सत्यापन के साथ-साथ ग्राम की साफ-सफाई व्यवस्था का बखूबी जायज़ा लें और लोगों के बीच बैठकर उन्हें विभिन्न योजनाओं का लाभ प्राप्त करने के तरीकों, योजनाओं के लिए आवेदन करने एवं पात्रता तथा ग्राम की संवेदनशीलता इत्यादि की जानकारी के साथ-साथ ग्रामवासियों को स्वच्छता के लिए प्रेरित भी करें। उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि शिक्षा को मात्र अक्षर ज्ञान तक ही सीमित न करें बल्कि अभिनव प्रयोग कर इसे बहुआयामी बनायें तथा शिक्षित व्यक्ति के व्यक्तित्व का भी विकास हो। नोडल अधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिया कि आयुष्मान भारत योजना के प्रचार-प्रसार के लिए प्रचार सामग्री छपवाकर नोडल अधिकारियों को उपलब्ध करा दें ताकि जब भी यह लोग ग्राम के भ्रमण पर जायंे ंतो लोगों को भारत सरकार की इस अति महत्वाकांक्षी योजना के बारे में जानकारी दे सकें। उन्होंने कहा कि गरीबों के मुफ्त इलाज की सुविधा प्रदान करने के लिए संचालित इस योजना से कोई भी गरीब व्यक्ति अच्छे से अच्छे अस्पताल में अपना इलाज करा सकेगा। जनपद में शिक्षा के स्तर में सुधार लाने के लिए जिलाधिकारी द्वारा संचालित विद्यादान अभियान की सराहना करते हुए उन्होंने सुझाव दिया कि उच्च शिक्षित व्यक्तियों को भी इस अभियान से जोड़ा जाय। उन्होंने कहा कि देश के प्रत्येक शिक्षित व्यक्ति का नैतिक कर्तव्य है कि वह अपने आस-पास रहने वाले प्रत्येक अशिक्षित व्यक्ति को शिक्षित करने का प्रयास करें अथवा उन्हें शिक्षित करने में सहयोग प्रदान करें। उन्होंने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिया कि विद्यालय में उपलब्ध भूमि को हरा-भरा रखें और उस पर अधिक से अधिक पौधे रोपित करायें। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिया कि बच्चों के नेत्र परीक्षण के लिए स्कूलों में चिकित्सकों की टीमें भेजें। कृषि सेक्टर की समीक्षा के दौरान उप निदेशक कृषि को निर्देश दिया कि जनपद में पारम्परिक व आर्गेनिक खेती को बढ़ावा दें ताकि गुणवत्तायुक्त उत्पादन प्राप्त हो। उन्होंने यह भी कहा कि जनपद के सफल किसानों से दूसरे इच्छुक किसानों को प्रशिक्षण भी दिलवायें। इसके अलावा बैठक में विद्युतीकरण कार्य, सड़कों की स्थिति, ई-पास मशीनों का वितरण, तालाबों का विकास, राजस्व वसूली, भूमि माफिया के विरूद्ध कार्यवाही, वादों का निस्तारण, आईजीआरएस, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना एवं समग्र विकास योजना आदि की समीक्षा करते हुए विभागीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये। इस अवसर पर जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव, मुख्य विकास अधिकारी राहुल पाण्डेय, अपर जिलाधिकारी राम सुरेश वर्मा, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. ए.के. पाण्डेय सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
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