बहराइच 10 सितम्बर। जनपद काफी पुराना जनपद होने के कारण अनेको भवन जिनमें
आवासीय भवन, व्यावसायिक भवन, भण्डारण भवन तथा अन्य औद्योगिक इकाईयां
शामिल हैं, बहुतया मात्रा मंे स्थित हैं इसके अतिरिक्त विकास की डगर पर
अग्रसारित होते हुए अनेकों भवनों का निर्माण हो रहा है। यह जानकारी देते
हुए मुख्य अग्निशमन अधिकारी चन्द्र मोहन शर्मा ने बताया कि नये तथा
पुराने भवनांे की संरचना के दृष्टिगत ऐसा देखने मंे आया है कि बहुत सारे
भवनांे मंे अग्निशमन तथा जीव रक्षा प्रणाली व्यवस्थायें या तो नगण्य हंै
या अपर्याप्त हंै जिसके कारण आये दिन जनपद के क्षेत्रांे में अग्निकाण्ड
की घटनाएं घटित होती रहती हं। अग्निकाण्ड से जनपद वासियों के जान-माल की सुरक्षा के दृष्टिगत उन्हांेने
सभी से सुरक्षा उपाय अपनाने की अपील करते हुए कहा कि कोई भी आवासीय/गैर
आवासीय भवन बनाने से पूर्व उसका मानचित्र नियत प्राधिकारी या अन्य
प्राधिकरण से अनुमोदित कराना चाहिए तथा अनुमोदन में दी गयी सभी शर्तों को
अनिवार्य रूप से अपनाना चाहिए। उन्होंने बताया कि भवन के अनुमोदन में
दर्शाये गये निकास/प्रवेश मार्ग, सेटबैक, स्टेयरकेश इत्यादि के
प्राविधानों को अक्षरशः पालन करना चाहिए। श्री शर्मा ने बताया कि भवन में अनुमोदन में दर्शाये गये अग्निशमन तथा
जीव रक्षा प्रणाली व्यवस्थायें जैसे अग्निशामक यंत्र, हौजरील, वाटर टैंक,
डिटेक्शन सिस्टम, फायर अलार्म इत्यादि की व्यवस्था पूर्ण रूप से करनी
चाहिए तथा इन व्यवस्थाओं को सदैव कार्यशील अवस्था में बनाये रखना चाहिए। उन्होंने सभी दुकानांे तथा शो रूम के मालिकांे से अपेक्षा करते हुए कहा
कि वह अपने यहाँ कम से कम 02 अग्निशामक यंत्र तथा आटोमेटिक स्मोक/फायर
डिटेक्शन सिस्टम लगाना सुनिश्चित करें साथ ही साथ दुकान तथा शो रूम के
मुख्य विद्युत बोर्ड को दुकान के बाहर की ओर स्थापित करें ताकि दुकान
बन्द करते समय दुकान की सम्पूर्ण बिजली काटी जा सके। उन्होंने बताया कि ऐसा देखने में आया है कि अनेकों पुराने भवनांे मंे
बेसमेन्ट बने हुए हंै जहाँ भवन मालिक अपने व्यावसायिक सामानांे का
भण्डारण कर रहे हैं। इन बेसमेन्ट में अग्निशमन की कोई व्यवस्था न होने के
कारण कोई भी छोटा-मोटा अग्निकाण्ड एक बड़ा रूप ले सकता है अतः इन
बेसमेन्ट में अग्निशमन तथा जीव रक्षा प्रणाली व्यवस्था पूर्ण रूप से ठीक
अवस्था मंे स्थापित किया जाना चाहिए। साथ ही लगे अग्निशामक यंत्रो की
कार्यशीलता प्रत्येक दशा मे सुनिश्चित की जानी चाहिए ताकि जरूरत पड़ने पर
इनका उपयोग किया जा सके। उन्होंने बताया कि किसी भी अग्निकाण्ड होने की
दशा में 100, 05252 232111, 9454418331, 9454418332 (नानपारा) नम्बरांे
पर सूचना दी जा सकती है।
व्हाट्सएप पर शेयर करें
No Comments






