राजधानी लखनऊ में शुक्रवार को हुई बारिश में अलग-अलग इलाकों में तीन मकान ढह गए. तीनों हादसों में दो लोगों की मौत हो गई जबकि सात घायल हैं, जिनमें दो की हालत गंभीर बनी हुई है. पहला हादसा गणेशगंज इलाके में हुआ जहां एक पुराना मकान ढह गया. इस हादसे में मां और बेटी मलबे में दब गईं. दोनों को गंभीर हालत में हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया, जहां इलाज के दौरान आशा नाम की बच्ची ने दम तोड़ दिया.मां का इलाज बलरामपुर अस्पताल चल रहा है. भारी बारिश की वजह से मकान के आगे का हिस्सा गिरा था. मकान में 2 किराएदार और मकान मालिक के 3 लड़कियां, 1 लड़का और एक दम्पत्ति समेत कुल 8 लोग रहते थे. एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि मकान गिरने के कारण मलबे में एक मोटर साइकिल भी दब गई है.दूसरा हादसा अमीनाबाद के बताशेवाली गली में हुआ. यहां एक पुराना जर्जर मकान भरभराकर गिर गया. हालांकि इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ. तीसरा हादसा हुस्सैनगंज इलाके में हुआ. इस हादसे में आठ लोग घायल हो गए. इलाज के दौरान इम्तियाज़ और किन्नू की मौत हो गई. अन्य 6 घायलों का इलाज सिविल हॉस्पिटल में चल रहा है. एक घायल की हालत गंभीर बतायी जा रही है.वहीं मकानों के गिरने पर कैबिनेट मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि हमें एक यजना बनानी पड़ेगी ताकि ऐसी घटनाएं भविष्य में दुबारा न हों. हादसों में मरे गए लोगों के परिजनों को आज रत तक 4 लाख रुपए का मुआवजा मिल जाएगा. जबकि घायलों को 50 हजार रुपए और मुफ्त में इलाज किया जाएगा.गौरतलब है कि पिछले एक महीने में बारिश की वजह से प्रदेश में 166 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि सैकड़ों घायल हैं. बारिश की वजह से सूबे में अबतक 1200 से ज्यादा मकान धराशायी हो चुके हैं.
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