सरकार से पगार लेती हैं तो छात्राओं को मन लगाकर पढ़ाओं वरना होगी कार्यवाही-डीएम
गोंडा। कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में बच्चियों को दी जा रही शिक्षा व सुविधा का लगातार जायजा डीएम कैप्टेन प्रभान्शु श्रीवास्तव द्वारा लिया जा रहा है। रविवार को डीएम ने सिटी मजिस्ट्रेट पीडी गुप्ता के साथ विकासखण्ड पण्डरीकृपाल अन्तर्गत गिलौली कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय पर छापेमारी कर हकीकत देखी। छुट्टी के दिन अचानक कस्तूरबा गांधी विद्यालय में डीएम के पहुंचने से वहां के स्टाफ सकपका गए। डीएम ने पहंुचते ही उपस्थिति पंजिका का निरीक्षण किया तो वार्डेन सहित 12 स्टाफ के सापेक्ष एक मात्र चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी बिना सूचना के अनुपस्थित मिला। विद्यालय में 62 बच्चियां उपस्थित पाई गईं। इसके बाद डीएम ने शौचालय, किचेन, बाथरूम, बेडरूम, साफ-सफाई आदि का गहन निरीक्षण किया। निरीक्षण के उपरानत डीएम सीधे बच्चियों से मुखातिब हुए। उन्होने कक्षा आठ की बच्ची से पहाड़ा सुनाने को कहा तो वह नहीं सुना पाई। इसी प्रकार पूर्व राष्ट्रपति महामहिम डा0 राजेन्द्र के चित्र को भी बच्चियां पहचान नहीं सकीं। ज्यादातर छात्राएं प्रदेश का नाम व प्रदेश की राजधानी क्या है भी नहंी बता पाईं। इससे नाराज डीएम ने वार्डेन व अध्यापिका को कड़ी फटकार लगाते हुए पूछा कि वे करती क्यां है। डीएम ने हिदायत दी कि सरकार से पगार लेती हैं तो मन लगाकर बच्चों को पढ़ाएं तथा अपनी जिम्मेदारी निभाएं अन्यथा कार्यवाही के लिए तैयार रहें। डीएम ने बच्चियों से वहां पर दी जा रही सुविधाओं, खाने की गुणवत्ता, यूनीफार्म, पाठ्य पुस्तकों आदि के बारे में भी जानकारी ली। वार्डेन द्वारा बताया गया कि अभी नए आई हुई छात्राओं को ड्रेस नहीं मिल पाई है। डीएम ने बीएसए को तत्काल आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए है। इसके अतिरिक्त डेस्क व बेन्च न होने की समस्या बताई गई। डीएम ने वार्डेन को सख्त निर्देश दिए कि छात्राओं का मानक के अनुसार सभी प्रदत्त सुविधाएं दी जाएं तथा किसी भी प्रकार की दिक्त आने पर उन्हें सीधे अवगत कराएं। उन्होने कहा कि वे सब पूरे मनोयोग से छात्राओं को शिक्षा दें। छापेमारी के दौरान नगर मजिस्ट्रेट पीडी गुप्ता, वार्डेन शिवानी चन्द्रा, कल्पना पाठक, खुशबू शाही व अन्य स्टाफ मौजूद रहे।
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