गोण्डा। यूपी के थानों में चोरी की रिपोर्ट नही लिखी जाती। पीड़ितों को कई दिनों तक दौड़ाया जाता है, फिर थानों पर दी जाने वाली तहरीर में चोरी गए सामान को कही गुम हो जाना दर्शा कर पीड़ित की तहरीर ले ली जाती है। चोरी की घटना में कार्यवाही के नाम पर पुलिस विभाग सिर्फ तहरीर ले लेता है और फिर मामला खत्म। थाना तरबगंज के रागडग़ंज बाजार में बीते सोमवार को एक दुकान के काउंटर से एंड्रॉइड मोबाइल फोन व 7240 रुपयों के नकदी के चोरी की घटना में यह बात सामने आई जब पीड़ित को एक सप्ताह तक दौड़ाया जाता रहा फिर तहरीर लेने में पीड़ित के सामने शर्त रख दी गयी कि तहरीर में लिखे गायब हुए पैसों का जिक्र हटा दें तथा मोबाइल दुकान पर नही कहीं बाजार में गिर गया है दिखा दें। यह बातें सुनकर सप्ताह भर थाना तरबगंज का चक्कर काट चुका व्यवसायी अपने आप को ठगा महसूस करने लगा है तथा दुकान के काउंटर से चोरी गए मोबाइल व नकदी को भुलाने की कोशिशों में जुट गया है। पीड़ित व्यवसायी सादाब पुत्र नौशाद निवासी रगडग़ंज ने बताया कि क्या करें सामान और पैसे तो चोरी हुए ही, थाने पर गया था कई दिनों तक दौड़ाया फिर बड़े साहब बोले तहरीर बदल दो मोहर मार के दे देंगे।
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