उपजिलाधिकारी ने अपने वर्जन में जो बात कही उसका असर एक माह बीत जाने के बाद भी नही दिखा उपजिलाधिकारी पूर्णिमा सिंह ने कहा था यातायात को लेकर भविष्य में ऐसा हादसा न हो उसके लिए डग्गेमार वाहन के खिलाफ RTO टीम के साथ अभियान चलाया जाएगा और अच्छे वाहन अधिक सक्रिय बनाने का प्रयास किया जाएगा आप को बता दें कि कुछ दिन पहले धोन्दी पारा में एक डग्गामार प्राइवेट बस अनियंत्रित होकर पेड़ से टकरा गई थी। जिसमे दो लोगों की मौके पर मौत हो गयी थी व 58 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। कई डग्गेमार गाड़ियां राजस्व को चूना लगा सड़को पर धडल्ले से दौड़ रही है फिर भी उसके ब वजूद उपरोक्त बस मालिकों व चालकों के विरुद्ध मोटर वाहन अधिनियम के तहत कार्यवाही नही कि जा रही है लोगों का कहना है की इस कार्यवाही के अन्तर्गत यातायात पुलिस ऑटो व टैंपुओं कि नंबर प्लेटें चेक की जाए और तो और अधिक सवारियों पर विराम लगाया जाए। बस मालिकों व प्रशासन में क्या गठजोड़ है जो इस गंभीर मामले में प्रशासन की संतुष्टी बरकरार है पर उपजिलाधिकारी ने उपरोक्तो के विरुद्ध निष्पक्ष कार्यवाही कि बात कही थी लहरपुर छेत्रधिकारी अखण्ड प्रताप सिंह व कोतवाली प्रभारी इंद्रजीत सिंह, थाना तालगांव द्वारा पुलिस ने कानूनी कार्यवाही में कार्यवाही में 19 बालू लदी व 6 मौरंग लदी ट्रक वाहन सीज किए हैं तथा वाहन चालकों के चालान कर, उपरोक्तो से सरकारी शुल्क वसूला है। गौरतलब है कि छेत्रधिकारी द्वारा की गई इस कार्रवाई कि विशेषता पुलिस को भविष्य में और अधिक सक्रिय बनाने के लिए यह कदम उठाया जा सकता है, ताकि यातायात पुलिस थाना व चौकी पर तैनात पुलिसकर्मि भी डग्गेमार गाड़ियों पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगा सके और जनपद में चल रहे ऑटो टेंपो व अन्य वाहनों को यातायात नियमों के अंतर्गत बाध्य कर सके। नगर वसिंयों का कहना है कि लहरपुर छेत्रधिकारी द्वारा दो मुख्य चौराहों पर मज़ाशाह व केसरीगंज में एक एक यातयात पुलिस को तैनात कर देना चाहिए जहां पर सैकड़ों ओवरलोड वाहन गुज़रते है और हादसे होते रहते हैं यातायात पुलिस तैनात हो जाने से दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सकता है।
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