बहराइच। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार भले ही प्रदेश को भय मुक्त अपराध मुक्त और दंगा मुक्त बनाने का प्रयास कर रही है। लेकिन सरकार के इस प्रयास को विफल करने में उन्मादी कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। समुदाय विशेष का त्यौहार चल रहा है जबकि कुछ दिनों बाद ही समुदाय विशेष का सबसे बड़ा पर्व है। ऐसे में सांप्रदायिक ताकतें जिले के अमन चैन को दंगों की आग में झोंकने की पुरजोर कोशिश करते नज़र आ रहे हैं। ताज़ा मामला एक धार्मिक स्थल पर गन्दा जानवर बांधने का है। हालांकि पुलिस को जैसे ही घटना की जानकारी हूई पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची और खूंटे से बांधे गये जानवरों को तुरंत वहां से हटा कर आलाधिकारियों को घटना की जानकारी दी। फिलहाल खबर लिखे जाने तक किसी की गिरफ्तारी की सूचना नहीं है। जनपद की कोतवाली नानपारा इलाके के घुरघुटटा स्थित धार्मिक स्थल ईदगाह में कुछ शरारती तत्वों द्वारा गन्दा जानवर बांध कर क्षेत्र का माहौल खराब करने का असफल प्रयास किया गया है। जिसकी सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंच गई और विवादित जानवरों को वहां से हटवाकर आला अधिकारियों को सूचित कर दिया गया है। लेकिन इस संदर्भ में पुलिस द्वारा अभी तक कोई प्रभावी कार्यवाही नही की गई है न ही अभी तक किसी की गिरफ्तारी हो सकी है। उल्लेखनीय है कि घुरघुटटा वही जगह है जहाँ बीते कुछ माह पूर्व दो सम्प्रदायों के बीच झड़प हूई थी। जिसमे मारपीट के अलावा लूटपाट की भी वारदात हुई थी। गुरघुटटा के निवासी अभी तक उस दर्द को भूल नहीं सके हैं। गुरघुटटा में हूई झड़प की वजह से अभी तक क्षेत्रीय पुलिस की ओर से आये दिन एक धर्म विशेष के किसी न किसी व्यक्ति को अज्ञात अभियुक्तों की बिना पर उठा कर जेल भेजा जाता रहा है और काफी लोग अभी जेल की हवा कहा रहे हैं। ऐसे में जब धर्म विशेष का महत्वपूर्व त्यौहार नजदीक है उससे चन्द दिनों पूर्व क्षेत्र की ईदगाह में इस तरह अमन चैन के दुश्मनों द्वारा परिसर में खूंटा गाड़ कर गन्दा जानवर बंधना। जिससे सम्प्रदाय विशेष को नफरत होती है। एक बार फिर क्षेत्र को साम्प्रदायिक आग में झोंकने की साजिश नजर आ रही है जिसको समय रहते पुलिस ने नाकाम बना दिया। लेकिन अब सवाल ये उठता है कि क्षेत्रीय पुलिस इस सम्बंध में क्या कार्यवाही करती है। जबकि सम्प्रदाय विशेष के लोग पहले से ही डरे और सहमे हुए हैं क्योंकि उनके परिजन आज भी पुलिस की प्रताड़ना का शिकार हो रहे हैं। ऐसे में मौजूदा प्रशासन के लिए जिले में ईद का पर्व शांति पूर्वक सम्पन्न कराना किसी चुनौती से कम दिखाई नही दे रहा है। वहीं देखना यह है कि जिस तरह से पुलिस ने मुस्तैदी दिखाते हुए दंगा भड़काने से रोका क्या उसी फुर्ती से जिले के मन चैन को बिगाड़ने वाले दंगाइयों की पहचान कर उन्हें उतनी ही फुर्ती से सलाखों के पीछे भेजेगी या मामला ठंडा होने पर सब भूल जायेगी। .
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