गाजियाबाद में एक घर की छत पर एक बॉक्स में हुई बच्चे की लाश मिली है. दरअसल इस घर के पड़ोस में रहने वाला चार साल का जायद पिछले डेढ़ साल से गायब था. इस मामले में अपहरण का मुकदमा दर्ज किया गया था और अपहरण के आरोप में दो लोगों को जेल भी भेजा गया था लेकिन पुलिस को बच्चे की लाश नहीं मिल पाई थी.रविवार को गरिमागार्डन के इस घर में बच्चे की लाश मिली है. लाश कंकाल में तब्दील हो चुकी है. पुलिस ने लाश को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है. सबसे ज्यादा हैरान करने वाला मामला यह है कि लंबे समय से एक घर की छत पर लकड़ी के बॉक्स में लाश रखी हुई थी और घर के लोगों को कानों-कान खबर तक नहीं हुई.गाजियाबाद के साहिबाबाद के इस घर में कुछ मेंबर भी मौजूद हैं. पिछले डेढ़ साल से तीन बच्चों के परिवार वाले इस घर की छत पर चार साल के एक मासूम की लाश बक्से में बंद थी लेकिन इस परिवार को पता तक नहीं चला. इस परिवार के पड़ोस में रहने वाले जायद की थी जिसका दिसंबर 2016 में अपहरण कर लिया गया था. जायद के पड़ोस के घर की छत पर रविवार को एक लकड़ी के बॉक्स में उसकी लाश मिली.मामले में दो अपहरणकर्ता जेल में हैं लेकिन रविवार को जब लाश सामने आई, तो सवाल यह खड़ा हो गया कि लंबे समय से पड़ोस के घर की छत पर जायद की डेड बॉडी लकड़ी के बॉक्स में थी, तो किसी को बदबू तक क्यों नहीं आई. उस घर की छत पर जाकर हमने जायजा लिया जहां से लाश मिली है. आप भी सोच रहे होंगे कि मामला कुछ-कुछ आरुषि कांड जैसा है.क्या घर में रहने वाले लोगों को इस बात की भनक नहीं लगी होगी कि उनके घर की छत पर लाश रखी हुई है. वह भी एक दिन पुरानी नहीं बल्कि इतनी पुरानी लाश जो कंकाल में तब्दील हो चुकी है. इस घर की मालकिन सायरा बानो ने कहा कि उन्हें लाश के बारे में बिल्कुल भी इल्म नहीं था. नवंबर 2016 में इनके घर में शादी हुई थी. उसके बाद छत के ऊपरी हिस्से में लकड़ी का कुछ सामान रख दिया गया था. तब से लेकर अब तक परिवार के लोग उस सामान को देखने तक नहीं गए थे.पोस्टमार्टम रिपोर्ट से साफ होगा कि मौत कैसे हुई?
पुलिस तमाम पहलुओं पर अपनी जांच-पड़ताल को आगे बढ़ाएगी लेकिन जिसने भी इस घटना को सुना है, वह हैरान है. इलाके के लोगों से भी हमने बात की, तो उनका कहना है कि कभी भनक तक नहीं लगी कि जायद के पड़ोस वाले घर की छत पर मासूम बच्चे की लाश रखी हुई है.रमजान के दिनों में बच्चे के मां-बाप यही दुआ कर रहे थे कि कम से कम उनका मासूम उनको वापस मिल जाए लेकिन इस सूरत और शक्ल में मिलेगा, किसी ने सोचा नहीं था. इस बात के भी कयास लगाए जा रहे हैं कि बच्चा खेलते वक्त छत पर चला गया होगा और उस बक्से में छुप गया होगा लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही यह साफ हो पाएगा कि बच्चे की मौत कब और कैसे हुई थी.
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