बहराइच 24 मई। कृषि विज्ञान केन्द्र परिसर बहराइच में आयोजित एक दिवसीय खरीफ खाद्यान्न उत्पादकता गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव ने कहा कि गाॅव, गरीब और किसान केन्द्र व प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता हैं। उन्होंने कहा कि खेती किसानी को लेकर किसानों की जो भी समस्याएं हैं उन्हें गुणवत्तापरक ढंग से निस्तारित कराया जायेगा। जिलाधिकारी ने कहा कि जिले के किसानों की कड़ी मेहनत का परिणाम है कि आज जनपद बहराइच गेहूॅ धान मक्का, गन्ना, केला, रेशम इत्यादि के उत्पादन में अग्रणी है। उन्होंने कहा कि मुझे आशा ही नहीं अपितु पूर्ण विश्वास है कि जनपद के किसान इसी प्रकार से जनपद का नाम रोशन करते रहेंगे।
गोष्ठी के दौरान किसानों द्वारा उठाई गयी पानी की समस्या के सम्बन्ध में जिलाधिकारी ने नोडल अधिकारियों को निर्देश दिया कि किसानों को निर्धारित समय 16 जून तक नहरों में पानी उपलब्ध कराने के साथ साथ उसे टेल तक पहुंचाने का हर सम्भव प्रयास किया जाय। गर्मी के मौसम को देखते हुए जिलाधिकारी ने जिला विकास अधिकारी को निर्देश दिया कि सर्वे कराकर सभी खराब हैण्डपम्पों की आवश्यक मरम्मत कराकर उन्हें क्रियाशील रखा जाय ताकि पेयजल को लेकर कोई समस्या उत्पन्न न हो। साथ ही किसानांे द्वारा मौसम की सूचनाओं के बारे में पूर्व जानकारी देने के सम्बन्ध में उठाई गयी समस्या के सम्बन्ध में जिलाधिकारी ने कहा कि मौसम के सम्बन्ध में मौसम विभाग द्वारा प्राप्त सूचनाओं को समाचार पत्रों के माध्यम से अवगत करा दिया जायेगा।
जनपद में प्रायः हर वर्ष आने वाली बाढ़ को देखते हुए जिलाधिकारी ने सभी किसानों को सलाह दी कि फसल बीमा योजना का लाभ अवश्य उठायें। उन्होंने कहा कि उपज की बीमा होने से किसी आपदा के समय आपकों आर्थिक नुकसान कम से कम होगा। उन्हांेने फसल बीमा हेतु नामित बीमा कम्पनी को निर्देश दिया कि सभी ब्लाकों में फसल बीमा योजना का व्यापक प्रचार प्रसार करते हुए स्टाल लगाकर सभी कृषकांे का बीमा कराना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने कहा कि वर्षाकाल 2018 में पौध रोपण अन्तर्गत जनपद को लगभग 15 लाख पौधरोपण का लक्ष्य आवंटित किया गया है। शासन की मंशानुरूप मुख्यमंत्री कृषक वृक्ष धन योजना, मुख्यमंत्री फलोद्यान योजना एवं मुख्यमंत्री सामुदायिक वानिकी योजना को बीडीओ व सीडीओ के माध्यम से पूर्ण कराया जायेगा।
किसान गोष्ठी के दौरान किसानों द्वारा यह अवगत कराये जाने पर कि बीज स्टोरेज में बीज खराब हो रहे हैं, जिलाधिकारी ने डीडी एग्री को निर्देश दिया कि स्टोरेज में रखे बीज का सही रख-रखाव करते हुए बीजों को सुरक्षित रखा जाय। इसके साथ ही डिप्टी आरएमओ को निर्देश दिया कि जनपद में मूल्य समर्थन योजनान्तर्गत क्रय किये गये गेहूॅ को सुरक्षित रखने के पुख्ता बन्दोबस्त किये जायें। जिलाधिकारी ने किसानों से अपील की कि रासायनिक खाद के स्थान पर ज्यादा से ज्यादा जैविक खाद का उपयोग करें। उन्होंने किसानों से कहा कि वर्मी कम्पोस्ट के लिए चिन्हित स्थानों पर गड्ढे बनवायें। उन्होंने किसानों को अवगत कराया कि मण्डी परिषद द्वारा मसूर का क्रय किया जा रहा है। जिलाधिकारी ने किसानों से अपील की कि स्वच्छ भारत मिशन को सफल बनाने में हर संभव सहयोग प्रदान करें, अपने आस-पास साफ-सफाई रखें। गोष्ठी के दौरान उप निदेशक कृषि डा. आरके सिंह ने खरीफ 2018 का उत्पादन लक्ष्य, बीज व्यवस्था, उर्वरक व्यवस्था, कृषि रक्षा रसायन, किसान क्रेडिट कार्ड, फसली ऋण वितरण, मृदा स्वास्थ्य कार्ड, वर्मी कम्पोस्ट इकाई की स्थापना, कृषक पंजीकरण, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, एग्रीजक्शन योजना, नलकूपों की स्थिति, नहरों में पानी पहुंचने की स्थिति, विद्युत आपूर्ति, फार्म मशीनरी बैंक एवं कस्टम हायरिंग सेंटर आदि योजनाओं की जानकारी प्रदान की। गोष्ठी के दौरान प्रगतिशील कृषक शक्ति नाथ सिंह, हनुमान प्रसाद शर्मा, राम केवल गुप्ता, राम फेरन पाण्डेय, बब्बन सिंह आदि ने मौजूद किसानों के साथ अपने अनुभव साझा किये तथा महत्वपूर्ण सुझाव दिये।
इससे पूर्व जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव ने पं. दीनदयाल उपाध्याय के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित तथा फीटा काटकर गोष्ठी का शुभारम्भ किया। गोष्ठी के दौरान रेशम, पशुपालन, दुग्ध, कृषि, उद्यान, रेशम सहित अन्य विभागों द्वारा लगायी गयी प्रदर्शनी पण्डालों का जिलाधिकारी ने अवलोकन कर आवश्यक जानकारी प्राप्त की। गोष्ठी के दौरान प्रभाष संस्था लखीमपुर के आनन्द अग्निहोत्री द्वारा स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी राहुल पाण्डेय, ज्वाइंट मजिस्टेªट प्रभाष कुमार, सीवीओ डा. बलवन्त सिंह सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी व कृषक राजन सिंह, शैलेन्द्र अवस्थी सहित भारी संख्या में अन्य कृषक मौजूद रहे।
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